Best Deaf And Dumb School Jaipur : शब्दों का एक अपना अलग ही संसार होता है। शब्दों के बिना इंसान की कोई पहचान नहीं है। लेकिन जब आपका जुबान आपका साथ न दें तो तब आपका इशारा ही आपका जुबान बन जाता है। दुनिया में कई तरह के विकलांग लोग होते हैं कोई शारीरिक अपंग होते हैं,तो कोई मानसिक तो कोई दृष्टि बाधित होते हैं तो कई लोग मूक बधिर होते हैं। इन लोगों को आगे बढ़ाने के लिए समाज के मुख्य धारा में लेने के लिए कई स्कूलों और संस्थाएं लगातार काम कर रही है। इनके मन में एक आशा की किरण जाग रही है। जयपुर में एक ऐसा ही स्कूल है जहां मूकबधिर बच्चों को शिक्षा दी जाती है। यहां मूकबधिर बच्चे इशारों की भाषा सिख रहा है बच्चे समाज से कदमताल भी मिलाकर चल रहे हैं। इन बच्चों को समाज के मुख्य धारा से जुड़ने का मौका मिल रहा है।

जयपुर का मूकबधिर स्कूल संवार रहा बच्चों का भविष्य 

राजस्थान के जयपुर में मूकबधिर स्कूल है। इस विद्यालय को राजकीय सेठ आनन्दी लाल पोद्दार बधिर उच्च माध्यमिक विद्यालय के नाम से जाना जाता है। समय के साथ में बदलाव के कारण यहां के बच्चे अब डिजिटल क्लासरूम में पढ़ते हैं। 

जानें एडमिशन लेने की प्रक्रिया

इस स्कूल में पहली से लेकर 12वीं तक के बच्चों को पढ़ाया जाता है। यहां लड़के लड़कियों के लिए अलग छात्रावास भी उपलब्ध है। मई महीने में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू होती है। इस साल एडमिशन 20 मई से शुरू होगा। एडमिशन के लिए बच्चा मूकबधिर होना चाहिए। अपने अनुसार किसी भी कक्षा में यहां एडमिशन करवा सकते हैं।

क्यों खास है राजकीय सेठ आनन्दी लाल पोद्दार बधिर विद्यालय ?

यह विद्यालय इसलिए भी खास है क्योंकि सिर्फ यहां मूक बधिर बच्चे ही पढ़ते हैं। उन्हें शिक्षा के साथ अन्य क्षेत्रों के लिए भी तैयार किया जाता है। मूक बधिर बच्चों को कम्प्यूटर,सिलाई,चित्र कला,काष्ठ कला और बागवानी जैसे विषयों पर उन्हें शिक्षा व ट्रेनिंग दी जाती है।

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