Rajasthan Education Department: राजस्थान शिक्षा विभाग द्वारा मंगलवार से सरकारी स्कूलों में प्रवेशोत्सव अभियान की शुरूआत की गई है। सरकार की इस योजना से स्कूलों में नामंकन बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। साथ ही ड्रापआउट छात्र-छात्राओं को दोबारा एडमिशन के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। 15 अप्रेल से 9 मई तक पहले चरण की शुरूआत की गई है। इसके तहत हाउस होल्ड सर्वे और बच्चों का चिन्हिकरण का कार्य किया जाएगा। इसके बाद दूसरे चरण (10 मई से 16 मई तक) नामांकन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। 

घर-घर जाकर किया जाएगा सर्वे

बता दें कि 1 जुलाई से 24 जुलाई तक योजना के तहत प्रवेशोत्सव के लिए बचे विद्यार्थियों के चिन्हिकरण के लिए दोबारा हाउस होल्ड सर्वे किया जाएगा। इसके बाद 25 जुलाई से 18 अगस्त तक उनके नामांकन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इस दौरान सभी सरकारी शिक्षक घर-घर जाकर सर्वे करेंगे। शिक्षकों को अपने साथ स्कूल का परीक्षा परिणाम, सुविधाओं के पेम्फलेट व उपलिब्धयां लेकर जानी होगी। 

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स्कूल से गायब रहने वाले विद्यार्थियों पर लगाई जाएगी रोक 

माध्यमिक शिक्षा निदेशक की ओर से घर से स्कूल के नाम पर गायब रहने वाले विद्यार्थियों पर लगाम लगाने के लिए कुछ निर्देश जारी किए गए है। इसके अंतर्गत बच्चों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज की जाएगी। इससे प्रार्थना सभा में अनुपस्थित विद्यार्थियों की भी जांच की जा सकेगी। साथी है शिक्षक ऐप के माध्यम से हर रोज उपस्थिति दर्ज की जाएगी। 

गौरतलब है कि महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों व स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल द्वारा इस प्रोजेक्ट की शुरूआत की गई थी, जिसके  बाद अब इसे राज्य के हर स्कूल में किया जाएगा। 

ये है जारी निर्देश 

1. स्कूल प्रधानों और स्टाफ को अपने मोबाइल में खुद ऐप डालउनलोड करना होगा। 
2. शाला दर्पण पोर्टल द्वारा हर क्लास के कक्षाध्यापक की मैपिंग की जाएगी। 
3. यदि किसी कारण से कक्षाध्यापक क्लास में मौजूद नहीं होते है तो प्रधान के लॉगिन से संबंधित कक्षा के विद्यार्थियों की अटेंडेंस ली जाएगी। 
4. विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी स्कूल प्रधानों की होगी।