Rajasthan School Principal: राजस्थान के 4000 से अधिक स्कूलों में अब नए प्रिंसिपल की नियुक्ति की जाएगी।। इसके लिए राजस्थान शिक्षा विभाग द्वारा चयनित कार्मिकों के पदस्थापन की सूची भी जारी कर दी गई है। सभी चयनित कार्मिकों को 30 अप्रैल तक कार्य मुक्त होकर आवंटित विद्यालयों में जाकर कार्यभार संभालने का आदेश दिया गया है। साथ ही कार्यभार संभालने से पहले सभी चयनित प्राचार्यों को मेडिकल बोर्ड के समक्ष उपस्थित होना होगा। साथ ही दिव्यांगता प्रमाण पत्र की जांच भी करानी होगी।  
 
इन्हें नहीं करानी होगी मेडिकल बोर्ड से जांच 

बता दें कि पूर्ण रूप से दृष्टिहीन कार्मिकों मेडिकल बोर्ड द्वारा जांच करानी की जरूरत नहीं होगी। वहीं लंबे से अनुपस्थित चल रहे कार्मिकों को पदोन्नति पद का कार्यभार ग्रहण नहीं कराना होगा। 

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इन कार्मिकों के लिए पहले निदेशालय से मांगना होगा मार्गदर्शन

बता दें कि ऐसे कार्मिक जिनके खिलाफ किसी प्रकार की कोई विभागीय जांच प्रक्रियाधीन है, उन्हें कार्य ग्रहण करने से पहले निदेशालय से मार्गदर्शन मांगना जरूरी होगा। साथ ही मातृत्व अवकाश एवं चाइल्ड केयर अवकाश के तहत कार्मिकों को अवकाश खत्म होने के तीन दिनों में नए पदस्थापन स्थान के लिए कार्य मुक्त किया जाएगा। 
 
राज्यभर में पदोन्नत हुए थे 5000 से ज्यादा प्राचार्य 

गौरतलब है कि राज्यभर में 5000 से ज्यादा प्राचार्य पदोन्नत हुए थे। इनमें से 800 पदभार संभालने से पहले ही रिटायर हो गए और लगभग 135 ने प्रिंसिपल का पद त्याग दिया। इसी कारण से काफी लंबे समय से प्रदेश के स्कूलों में प्रिंसिपल के पद खाली थे। 

इसके बाद प्रदेश के उप प्राचार्यों ने डीपीसी की मांग करते हुए 13 जनवरी को निदेशालय के सामने प्रदर्शन किया था। अब विभाग द्वारा डीपीसी आयोजित कर उप प्राचार्य से प्राचार्य पद पर पदोन्नति की गई। ऐसे में चयनित कार्मिकों को 30 अप्रैल तक आवंटित विद्यालयों में कार्यभार संभालने का आदेश दिया गया है।

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