Rajasthan university: राजस्थान यूनिवर्सिटी  के सामान्य प्रशासन की ओर से नया आदेश जारी किया गया है। इससे तहत विश्वविद्यालय में कुलपति सचिवालय स्थित सीनेट हॉल में दो दशक से आयोजित हो रहे सेवानिवृत्त समारोह और शोक सभाओं पर अब रोक लगा दी गई है। जारी निर्देश के अनुसार ये कार्यक्रम अब संबंधित विभागों और कॉलेजों में अपने स्तर पर आयोजित कराएं जाएंगे। इसके लिए जो भी खर्च होगा वो भी विभाग व कॉलेज को ही देना होगा। आदेश जारी होने के बाद शिक्षकों और छात्रों ने विश्वविद्यालय के खिलाफ विरोध करना शुरू कर दिया है। 

शिक्षक और छात्रों ने शुरू किया विरोध 
राजस्थान विश्वविद्यालय के इस आदेश के बाद से शिक्षकों और छात्रों का विरोध शुरू हो गया है। कर्मचारी और शिक्षकों का कहना है कि कई दशक से चली आ रही विश्वविद्यालय की इस परंपरा को बंद कर दिया गया है। बता दें हर माह के आखिरी में सीनेट हॉल में आयोजन किए जाता था।

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इस कार्यक्रम में सभी कर्मचारी, शिक्षकों को आमंत्रित किया जाता था। साथ ही परिवार के लोग भी इसमें शामिल होते थे। कुलपति की ओर से शॉल, माला, मिठाई बांटी जाती थी। समारोह के माध्यम से जरिये कर्मचारी और शिक्षकों को विदाई देते थे। साथ ही किसी प्रकार के आकस्मिक निधन पर सभी मिलकर शोक सभाओं का आयजोन भी करते थे। 

आदेश पर पुनर्विचार करें प्रशासन
राजस्थान विश्वविद्यालय के प्रोफसर और पूर्व सदस्य सिंडिकेट ओम महला ने कहा कि इस प्रकार का आदेश संस्था और संस्था परिवार के हित में नहीं है। विश्वविद्यालय प्रशासन को अपने निर्ण पर पुनर्विचार करना चाहिए।

आदेश को वापस ले राजस्थान विश्वविद्यालय
राजस्थान विश्वविद्यालय के स्टाफ क्लब अध्यक्ष और अशैक्षणिक कर्मचारी गोविंद सिंह ने कहा कि कई दशक से चलती आ रही विश्वविद्यालय की इस परंपरा को सुचारू रखना चाहिए। राजस्थान यूनिवर्सिटी को अपना यह आदेश वापस ले लेना चाहिए। इस संबंध में हमने प्रशासन को ज्ञापन दिया है।