REET Exam updates: राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अलवर जिले की ओर से राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) की एग्जाम तिथि घोषित कर दी गई है, यह परीक्षा 27 और 28 फरवरी को अलवर जिले के 74 परीक्षा केंद्रों पर कराई जाएगी। रीट परीक्षा 2 दिनों में 3 पालियों में आयोजित होगी, जिसमें 2 पाली 27 फरवरी को और 1 पाली 28 फरवरी को होगी। इस परीक्षा के लिए 22,059 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। 

कौन सी पाली का एग्जाम किस समय होगा

27 फरवरी को रीट परीक्षा की प्रथम पाली का एग्जाम सुबह 10 बजे से 12.30 बजे तक होगा, जो कि लेवल 1 का एग्जाम होगा। इसके बाद दूसरी पाली का एग्जाम दोपहर 3 बजे से शाम 5.30 बजे तक होगा, जो कि लेवल 2 का एग्जाम होगा। अगले दिन 28 फरवरी को तीसरी पाली का एग्जाम होगा। रीट परीक्षा के लिए कुल 74 परीक्षा केंद्रों को चुना गया है। यह परीक्षा अलवर जिला मुख्यालय, मालाखेड़ा, रामगढ़ में आयोजित होगी।

49 निजी संस्थान और 25 राजकीय परीक्षा केंद्र

रीट परीक्षा के लिए 49 निजी संस्थान और 25 राजकीय परीक्षा केंद्रों को चुना गया है। यह परीक्षा राजस्थान राज्य की सबसे बड़ी परीक्षाओं में से एक है। इसलिए इस बार प्रशासन रीट परीक्षा के लिए कोई कोताही नहीं बरतेगा। साथ ही अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों पर 1 घंटा पहले पहुंचने के लिए भी कहा गया है। अलवर जिला प्रशासन की ओर से रीट परीक्षा के लिए सभी तैयारी की जा रही हैं। 

परीक्षा में प्रशासन की  तैयारियां 

अलवर जिले के ADM का कहना है कि प्रत्येक 10 केंद्रों पर एक विजिलेंस टीम, 5 केंद्रों पर एक जोनल विजिलेंस टीम, 25 OMR कम फ्लाइंग टीम, 74 एग्जाम कॉर्डिनेटर टीम और 74 फील्ड सुपरवाइजर टीमों की नियुक्तियां की गई हैं। इस बार अभ्यर्थियों की पहचान उनके एडमिट कार्ड पर लगे QR कोड के जरिए की जाएगी। QR कोड से चेहरे का मिलान किया जाएगा, ताकि पता लग सके कि परीक्षा देने पहुंचा परीक्षार्थी सही है या नहीं।

इसके साथ ही परीक्षार्थियों की बायोमैट्रिक हाजिरी भी लगाई जाएगी। किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पाए जाने पर परीक्षार्थी को परीक्षा से निलंबित कर दिया जाएगा और कार्रवाई भी की जाएगी। 

ड्यूटी करने वालो के पिछले रिकॉर्ड की जांच

अलवर जिला प्रशासन इस बार परीक्षा में ड्यूटी करने वालों को चुनने से पहले उनका पिछला रिकॉर्ड भी देख रहा है। साथ ही कुछ गड़बड़ी पाए जाने पर इतिहास भी खंगाला जाएगा। ड्यूटी का काम बाद में परीक्षा संचालक समिति के द्वारा किया जाएगा। इस बार देखा जाएगा कि ड्यूटी कर रहे अध्यापक ने पहले कोई लापरवाही तो नहीं की या उस पर किसी तरह का कोई आरोप लगा हो। सब चीजों को देखने परखने के बाद ही अध्यापक को ड्यूटी के लिए चुना जाएगा।

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