Rajasthan Pratapgarh Sweet Shop: राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में हरियाली अमावस्या के मौके पर एक अनोखी दुकान खुलती है, जो साल में सिर्फ एक दिन खुलती है। यह दुकान शहर की बोहरा गली में स्थित है और यहां पर केवल रबड़ी और मालपुए की बिक्री होती है। इस दुकान की खास बात यह है कि यहां पर पॉलिथीन का बिलकुल भी इस्तेमाल नहीं होता है। आइए इसके बारे में आपको डिटेल में बताते हैं...

पर्यावरण को बचाने का संदेश

दुकान संचालक ओमप्रकाश पालीवाल बताते हैं कि वह केवल हरियाली अमावस्या के दिन ही रबड़ी और मालपुए बनाते हैं। यहां पर आने वाले ग्राहकों को खाकरें के पत्तों में मालपुए दिया जाता है। वह ऐसा करके पर्यावरण को बचाने का संदेश देते हैं।

5 रुपये है दुकान का किराया

ओमप्रकाश पालीवाल ये भी बताते हैं कि 40 साल पहले दुकान हर दिन खोली जाती थी, लेकिन परिवार का व्यवसाय बदलने के कारण अब सिर्फ हरियाली अमावस्या के ही दिन खोली जाती है। सिर्फ 5 रुपये है दुकान का किराया, जिससे दुकान मालिक को कोई फर्क नहीं पड़ता है।

बड़ी संख्या में पहुंचते हैं लोग

हरियाली अमावस्या के दिन प्रतापगढ़ और आसपास के इलाके में फैली हरियाली का लुत्फ उठाने के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं। इस खास त्यौहार के मौके पर बाजार में रबड़ी और मालपुए की जमकर बिक्री होती है। मिठाइयों की दुकानों पर लोगों की भीड़ लग जाती है। बता दें कि ओमप्रकाश पालीवाल का बेटा विदेश में रहता है और समय-समय पर अपने पिता को रुपए भेजता है। ओमप्रकाश पालीवाल अन्य काम करते हैं और सिर्फ हरियाली अमावस्या के दिन दुकान पर राबड़ी और मालपुए की बिक्री करते हैं।

यह अनोखी दुकान न केवल रबड़ी और मालपुए के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि पर्यावरण को बचाने के लिए भी जानी जाती है। यह दुकान एक अच्छा उदाहरण है कि कैसे हम अपने छोटे-छोटे कदमों से पर्यावरण को बचा सकते हैं।