Jaisalmer News: मुख्यमंत्री भजनलाल द्वार गुरूवार को जैसलमेर के पोकरण में रिन्यू पावर के 1.3 गीगावॉट पीक के सौर ऊर्जा संयंत्र के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया गया है, जिसमें उन्होंने कहा कि जैसलमेर को सोलर प्लांट से ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बनाकर ऊर्जा के कार्यों को गति प्रदान की जाएगी। 
इस  सोलर प्लांट से जो भी का उत्पादन होगा, उसे राजस्थान की वितरण कंपनियों को कम कीमत में प्रदान की जाएगी। जिससे कारण लोगों को बिजली कटौती जैसी समस्या का सामना नही करना पड़ेगा, इसके साथ ही इससे 1,500 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। 

सौर और अक्षय ऊर्जा 

भजनलाल द्वारा कहा गया कि राज्य सरकार द्वारा अक्षय ऊर्जा उत्पादन में अभी तक अनेक कदम उठाए हैं जिनके सकारात्मक परिणाम धरातल पर नजर आ रहे हैं। जिस वजह से राजस्थान आज देश में सौर और अक्षय ऊर्जा के उत्पादन में शीर्ष पर है। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में केन्द्र सरकार ने राजस्थान को प्रथम तथा अक्षय ऊर्जा के लिए द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया है। 

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राज्य सरकार द्वारा 4 हजार 895 मेगावाट क्षमता की परंपरागत एवं 41 हजार 883 मेगावाट क्षमता की अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं को ढाई लाख करोड़ रुपये के निवेश से विकसित किया जाएगा, जिसमें राज्य  के सभी राजकीय कार्यालयों को सौर ऊर्जा से जोड़ने के लिए छतों पर रूफ टॉप सोलर लगाने के लिए एक हजार मेगावाट क्षमता के पावर प्लांट लगाए जाएगें। 

नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेशक

राजस्थान की भौगोलिक स्थिति नवीकरणीय ऊर्जा के अनुकूल है, जिस वजह से राजस्थान में 142 गीगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन किए जाने की संभावनाएं हैं। जो प्रदेश को नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में  निवेशकों को एक  उपयुक्त स्थान प्रदान करते हैं।

सौर तथा  पवन ऊर्जा का उत्पादन करने की दिशा में पहल करते हुए पश्चिमी राजस्थान में एक ग्रीन कॉरिडोर इसको विकसित किया जा रहा है, जिसमें एक ग्रिड में सभी स्टेशनों का नेटवर्क शामिल है। जिससे 6,311 मेगावाट हरित ऊर्जा उत्पादित होगी, साथ ही सरकार नवीकरणीय ऊर्जा की उत्पादक कंपनियों को सही कीमतों पर बड़े सरकारी भूखंड उपलब्ध करवा रही है।