Ladesar Campaign: शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, कृषि समेत अन्य कई विभागों को दुरुस्त करने के साथ राजस्थान सरकार राज्य को विकास का एक नया आयाम देना चाहती है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा लगातार नए-नए प्रयासों के माध्यम से विकास कार्यों के लिए नई-नई योजनाओं का शुरुआत भी कर रहे हैं। कुछ एक ऐसे अभियान भी हैं जो राजस्थान की तस्वीर बदलने की दिशा में बेहद सहयोगी साबित हो सकते हैं। ऐसा ही एक अभियान है लाडेसर अभियान।
दरअसल, राजस्थान की राजधानी जयपुर में आज लाडेसर अभियान का आगाज हुआ है। इस खास अभियान का लक्ष्य हजारों कुपोषित बच्चों तक लाडेसर किट को पहुंचना है। दावा किया जा रहा है कि राजस्थान सरकार की इस पहल से बच्चों के स्वस्थ बचपन का सपना साकार होगा और कुपोषण के खिलाफ सरकार बड़ी जीत दर्ज कर सकेगी।
कुपोषित बच्चों को वितरित होगा लाडेसर किट
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार जयपुर जिला प्रशासन ने एक खास पहल को हरी झंडी दिखाई है। इसके तहत जयपुर के अलग-अलग हिस्सों में स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों आगामी 3 माह तक कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों को लाडेसर किट का वितरण किया जाएगा। जिन बच्चों में लाडेसर किट का वितरण किया जाना है उनकी संख्या हजारों में है। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक जयपुर के विभिन्न हिस्सों में स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों पर 5300 कुपोषित बच्चे चिन्हित किए गए हैं।
वहीं अति कुपोषित बच्चों की संख्या 883 बताई गई है। राजस्थान सरकार की ओर से इन बच्चों को लाडेसर किट उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि वे कुपोषण से लड़कर अपने स्वास्थ बचपन का सपना साकार कर सकें। लाडेसर अभियान की अवधि के दौरान जिम्मेदार अधिकारी, बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़े सभी पहलुओं का ध्यान रखेंगे और आवश्यकता अनुसार सुविधा मुहैया कराएंगे।
लाडेसर किट की खासियत
कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों को उपलब्ध कराए जाने वाला लाडेसर किट कई मायनों में खास है। इस किट में वसा, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन्स से भरपूर कई पोषक तत्व शामिल हैं। किट में विशेष तौर पर बच्चों को लाडेसर खिचड़ी के लिए 250 ग्राम चनादाल, 250 ग्राम मोठ दाल और 1 किलोग्राम चावल उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं लाडेसर नाश्ते के लिए चिन्हित बच्चों को 250 ग्राम गुड़, 250 ग्राम मूंगफली और 500 ग्राम भूना चना दिया जा रहा है।