RSSB High Tech Recruitment Exam: राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं में लगातार होती धांधली से परेशान युवाओं को राहत देने के लिए राजस्थान सरकार ने कठोर कदम उठा लिया है। उसने भर्ती माफियाओं की कमर तोड़ने और पूरी पारदर्शिता के साथ भर्ती परीक्षाओं को आयोजित करने के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिसके तहत राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने फर्जी अभ्यर्थियों और नकल पर रोकथाम के लिए सभी प्रकार की आधुनिक तकनीकों का पूरी तरह इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।

बोर्ड के तकनीकी कदम

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने भर्ती परीक्षाओं को पारदर्शिता के साथ करने का कदम आखिरकार उठा लिया है। इस दिशा में उसने इन परीक्षाओं में फर्जी पहचान को छिपाकर बैठ जाने वाले मुन्ना भाइयों को रोकने के लिए सभी प्रकार की आधुनिक तकनीकों का उपयोग शुरू कर दिया है। आज शुक्रवार 10 जनवरी 2025 को बोर्ड द्वारा आयोजित 217 पदों हेतु जूनियर इंस्ट्रक्टर (कंप्यूटर ऑपरेटर एंड प्रोग्रामिंग असिस्टेंट) भर्ती परीक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI), बायोमेट्रिक तथा सीसीटीवी लाइव कवरेज का एक इंटीग्रेटेड उपयोग किया गया।

ताकि किसी भी प्रकार का भर्ती माफिया परीक्षा इंतजामों में सेंधमारी न कर सकें। बोर्ड अधिकारियों का मानना है कि आधुनिक तकनीक का उपयोग अभ्यर्थियों में विश्वास बहाली तथा परीक्षा में पारदर्शिता को बढ़ावा देगा।

बोर्ड ने उठाए ये कदम

भर्ती परीक्षाओं के साफ-सुथरे और पारदर्शी आयोजन को लेकर राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज ने सख्त तकनीकी उपयोग के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया उपरोक्त तकनीकों के समावेशन से हमने फर्जी अभ्यर्थियों के साथ ही ब्लूटूथ डिवाइस के उपयोग तथा अन्य तंत्र में व्याप्त आंतरिक अनियमितताओं को रोकने के लिए लागू की गई है। 

इन तरीकों से धांधली पर लगेगी लगाम

-मेन गेट पर डीटेल्स फ्रिस्किंग(जांच) की जा रही है।
-बायोमेट्रिक सत्यापन के माध्यम से अभ्यर्थियों की पहचान सुनिश्चित की जा रही है।
-सीसीटीवी के माध्यम से कंट्रोल रूम में परीक्षाओं पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि को ट्रैक किया जा रहा है।

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