Churi Market Alwar: आज के जमाने में जहां छोटे से बड़े काम करने के लिए मशीनों का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं राजस्थान के अलवर में स्थित पुराना मोहल्ला का चूड़ी बाजार आज भी अपनी हाथों की कलाकारी के लिए दुनियाभर में फेमस है। इस बाजार की महक बैंगल्स नामक दुकान करीब 200 साल से राजा-महाराजाओं के समय से चलती आ रही है।
पीढ़ी दर पीढ़ी लोग यहां हाथों से रंग-बिरंगी चूड़िया बनाकर बेचते हैं। हाथों से बनी इन चूड़ियों की डिमांड पूरे भारत में है। यहां के पूर्वज महाराजा द्वारा होली में इस्तेमाल होने वाले गोटे भी तैयार करते थे। सर्राफा बाजार के करीब बैंगल्स गली में यह दुकान स्थित है। महक बैंगल्स के मालिक ने बताया कि इस दुकान को 200 साल पहले खोला गया था। उन्होंने आगे कहा कि वे इस दुकान की पांचवी पीढ़ी है और इस दुकान में सारा काम हाथों से ही किया जाता है, किसी भी तरह की मशीन का उपयोग नहीं किया जाता है।
आजकल लोगों को फैंसी चीजें ज्यादा पसंद आती है, लेकिन कई लोग आज भी हाथ से बनी कलाकारी के शौकीन होते हैं। लोग दूर-दूर से यहां आकर हाथ की चूड़ियों की बनावट देखते हैं। आज लोग अपने सोशल मीडिया पर भी चूड़ी बनने के वीडियो डालते हैं, जिसके इसकी डिमांड काफी बन जाती है। यहां तक की विदेशी पर्यटक भी यह देखकर हैरान रह जाते हैं।
हाथों से बनाए जाते हैं खूबसूरत आइटम
इस दुकान पर आपको न केवल हाथ से बनने वाली चूड़ियां दिखाई देगी, बल्कि गले के सेट, कानों के कुंडल, अंगूठी आदि आभूषण मिलेगे जो कि पूरी तरह हाथ से तैयार किए जाते हैं। सालों से चलती आ रही इस कलाकारी को इस परिवार की पीढ़ी ने संभाल कर रखा है। दुकान के मालिक ने बताया कि लोग शादी समारोह या किसी को गिफ्ट देने के लिए भी हमें ऑर्डर देते हैं। हाथ से तैयार होने वाले आभूषणों की अलग ही चमक दिखाई पड़ती है।