Shilpgram Udaipur: यदि आपको भारत की असली संस्कृति और सभ्यता को जानना है, तो आपको देश के गांवों में जाकर रहना पड़ेगा। लोग कहते हैं कि गांव में आज भी देश की वहीं सुंदरता देखने को मिलती है। हर राज्य के अलग-अलग जिलों कस्बों के सैकड़ों गांव में आपको अलग ही पहचान देखने को मिलती है। यदि मैं आपसे कहूं कि देश में एक ऐसा गांव भी है, जिसमें आपको हर प्रदेश हर जिले की झलक देखने को मिलेगी, यानी पूरा भारत उस एक छोटे से गांव में बसा हुआ है।

ऐसा ही एक गांव राजस्थान के उदयपुर जिले में स्थित है, जिसका नाम शिल्पग्राम गांव है, जहां हर साल 21 दिसंबर से 10 दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें देश की विभिन्न और खास प्रस्तुति दिखाई देती है। इस जगह का मजा लेने लाखों लोग दूर-दूर से यहां आते हैं। 

35 साल पुराना है शिल्पग्राम 

इस गांव की स्थापना 35 वर्ष पूर्व 1989 में हुई थी। यहां लोगों को आकर्षित करने के लिए देश की संस्कृति और सभ्यता को झलकाया जाता है। कई प्रकार के झोपड़ियां बनाकर लोगों को देश की सुंदरता और उसके इतिहास के बारे में बताया जाता है। यहां देश के अन्य राज्यों से कलाकार अपने इलाके की झलक दिखाने आते हैं। इसके बदले में सरकार द्वारा उन्हें वेतन भी दिया जाता है।   

विभिन्न प्रदेशों की झोपड़ी 

इस मेले में लोग देश की सभ्यता को दिखाने के लिए कई महीनों पहले से तैयारी करते हैं। लोग अलग थीम लेकर आते हैं, जैसे विभिन्न जगह के नृत्य, लोकगीत, पहनावा, खेती करने के प्रकार आदि। इस मेले से आप अपने देश के बारे में विस्तार से जान सकते हैं। यहां लोग कई प्रकार की झोपड़ियों को भी पेश करते हैं, जैसे गुजराक के कच्छ की रेबारी बंबी झोपड़ी, वहीं गोवा की मशहूर कुम्हार झोपड़ी, गोवा की कुम्हार झोपड़ी, राजस्थान के रामा की झोपड़ी आदि का प्रर्दशन कर लोगों को इन सबके बारें में जागरूक करते हैं।