Free Bus Service In Bikaner Rajasthan: राजस्थान के बीकानेर में 55 साल पहले शुरू की गई एक अनूठी पहल आज तक अनवरत (Continuously) चल रही है। हर साल आसोज महीने में रामदेवरा की तीन दिवसीय यात्रा के लिए 60 से ज्यादा बसें चलती हैं। वहीं इन बसों में सवार होने वाली कुंवारी कन्याओं से किराया नहीं लिया जाता। यह सेवा निजी बसों की है, जिसका संचालन पुजारी बाबा के नाम से पहचान रखने वाले जुगकिशोर ओझा करते हैं। आइए इसके बारे में डिटेल से जानते हैं...

ऐसे की गई थी इसकी शुरुआत

आपको बता दें, पंडित ओझा बताते हैं कि कन्याओं के मान-सम्मान स्वरूप इसकी शुरुआत की गई थी। वर्ष 1969 में बीकानेर से रामदेवरा तक तीन दिवसीय यात्रा की जिसकी शुरुआत एक बस से की गई। बाद में साल दर साल बसों की संख्या बढ़ते-बढ़ते अब 60 से ज्यादा बसें रामदेवरा जाती हैं।

सेवा की खास बात

वहीं इस सेवा की खास बात यह है कि ये भले ही धार्मिक यात्रा रहती है, लेकिन इसमें किसी भी धर्म या जाति की कुंवारी बालिका फ्री यात्रा कर सकती है। हर साल सैकड़ों बालिकाएं और युवतियां इस सेवा का लाभ लेती हैं। ऐसे में बता दें कि इस बार ये बस यात्रा 15 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक की गई थी। इस बार 75 बसें बीकानेर से रामदेवरा गई थी। यात्रियों में करीब बीस प्रतिशत कुंवारी लड़कियां शामिल होती हैं। वहीं बसों में दस साल से कम आयु के लड़कों का भी किराया नहीं लिया जाता है।

आम यात्रियों से भी कम लिया जाता है किराया

बस यात्रा का संचालन जनसहयोग से किया जाता है। पंडित ओझा बताते हैं कि बस यात्रा में सेवाभावी लोगों का जुड़ाव दशकों से चल रहा है। बीकानेर जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, फलौदी व जैसलमेर जिला प्रशासन का भी सहयोग मिलता रहता है। आम यात्रियों से भी बहुत कम किराया लिया जाता है। अब इस बस यात्रा में उन लड़कियों की पौत्रियां और दोहितियां भी शामिल हो रही हैं, जो पहले खुद इस यात्रा में शामिल हुई थीं। यह इस सेवा की सफलता और लोकप्रियता का प्रमाण है।