Mehandipur Balaji: देशभर में बालाजी के काफी मंदिर हैं। सभी मंदिरों की अपनी खासियत है। ऐसा ही एक मंदिर राजस्थान के दौसा जिले में है, जिसे मेहंदीपुर बालाजी के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर देश ही नहीं दुनिया में भी काफी प्रसिद्ध है। इस मंदिर की गिनती दस सिद्धपीठों में की जाती है। मंगलवार और शनिवार को इस मंदिर में काफी भीड़ रहती है। दूर- दूर से लोग बालाजी के दर्शन करने आते हैं। इस मंदिर की मान्यता है कि अगर किसी के ऊपर भूत- प्रेत का साया है तो यहां आने से दूर हो जाता है और सारी नकारात्मकता दूर हो जाती है।

जागृत रूप में रहते हैं बजरंगबली

बालाजी यानी हनुमान जी को संकटमोचन कहा जाता है। उनके दर्शन करने से ही भक्तों के सारे संकट दूर हो जाते हैं। कहा जाता है कि बालाजी का ये मंदिर हज़ारों साल पुराना है। यहां पर बालाजी की जो मूर्ति है वो खुद ही उभर आई थी। इसके बाद से लोग यहाँ बजरंगबली की पूजा करने लगे और धीरे- धीरे यह मंदिर प्रसिद्ध हो गया। बजरंगबली को अजर और अमर माना जाता है इसलिए कहा जाता है कि इस मंदिर में बजरंगबली जागृत रूप में रहते हैं।

अद्भुत नजारा

मंदिर में आपको अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। जिन लोगों पर भूत- प्रेत का साया होता है, वो खुद ही अपने आपको प्रताड़ित करने लगते हैं। इसके कुछ ही समय बाद अपने असली रूप में आ जाते हैं।

घर नहीं लाया जाता प्रसाद

इस मंदिर में प्रसाद और चढ़ावा चढ़ाया तो जाता है लेकिन उसे लौटाकर घर नहीं ले जाया जाता। काफी लोगों का कहना है कि यहां से सिर्फ प्रसाद लेकर नहीं जाना चाहिए। वहीं काफी लोगों का कहना है कि यहाँ से प्रसाद, जल, कपड़े आदि कुछ भी घर लेकर नहीं जाना चाहिए। यहाँ से कुछ भी लेकर जाने से यहाँ आए हुए भूत- प्रेत भी उस सामान के साथ आपके घर आ सकते हैं।

कैसे पहुंचें मंदिर

अगर आप दिल्ली या इसके आसपास रहते हैं तो आप सड़क के रास्ते या ट्रेन से जयपुर जा सकते हैं। इसके बाद यहां से सड़क मार्ग से आप बालाजी मंदिर जा सकते हैं। वहीं दक्षिण में रहने वाले लोग गुजरात होकर बालाजी मंदिर जा सकते हैं और मंदिर पहुंचकर बालाजी महाराज के दर्शन कर सकते हैं।