New Year 2025: नए साल की शुरुआत देवी-देवताओं की कृपा के साथ करना चाहते हैं, तो इसकी शुरुआत सुबह ब्रह्म मुहूर्त में सोकर उठने के साथ करें। ब्रह्म मुहूर्त का समय 1 जनवरी 2025 को सुबह 05:25 से 06:19 तक रहेगा। यह समय परमात्मा का समय होता है, जिसमें किए गए कार्य विशेष फलदायी माने जाते हैं।
हथेली के दर्शन करें
धार्मिक मान्यता के अनुसार, सुबह उठते ही सबसे पहले अपने हाथ की हथेलियों को देखना चाहिए। माना जाता है कि हथेलियों में देवी लक्ष्मी, सरस्वती और गोविंद का वास होता है। हथेलियां देखते हुए इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।
"कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती । कलमूले तु गोविंदः प्रभाते करदर्शनम् ।”
इससे देवी लक्ष्मी, सरस्वती और गोविंद की कृपा बनी रहती है और सालभर समृद्धि की कमी नहीं होती।
पूजा-पाठ का महत्
इसके बाद सूर्योदय से पहले स्रान करके देवी-देवताओं की पूजा जरूर करें। ब्रह्म मुहूर्त में की गई पूजा से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है और परेशानियां दूर होती हैं। इस समय पूजा करना न केवल मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि शारीरिक और आध्यात्मिक तनाव को भी कम करता है।
मंत्र जप करें
ब्रह्म मुहूर्त में इस मंत्र का जप करना शुभ माना गया हैः
“ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरांतकारी भानुः शशि भूमि सुतो बुधश्च ।
गुरुश्च शुक्र शनि राहु केतव सर्वे ग्रहा शांति करा भवंतु ॥”सुखासन में बैठकर आंखें बंद करें, इस मंत्र का जप करें और जल लेकर अपनी मनोकामना भगवान को बता दें। फिर जल को छोड़ दें। ऐसा करने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
इन उपायों को करने से आपके जीवन में चल रही परेशानियां, करीयर में आयी रूकावट को दूर कर सकते हैं।