Delimitation Process of Jaipur Municipal Corporation Completed: राजस्थान के जयपुर नगर निगम की परिसीमन प्रक्रिया को पूरी कर ड्राफ्ट प्रकाशित कर दिया गया है। इसके साथ ही 150 वार्डों का खाका भी तैयार हो चुका है। जिसके प्रस्तावित मैप को निगम अधिकारियों के द्वारा जिला कलेक्टर को सौंपा गया। इस दौरान परिसीमन प्रक्रिया के तहत आपत्तियां तथा सुझाव आमंत्रित किए गए थे। इस संबंध में जनता और प्रतिनिधियों की ओर से कुल 193 आपत्ति तथा सुझाव प्राप्त हुए। इन सुझावों में प्रशासनिक सुविधा के साथ ही भौगोलिक असमानता तथा सीमा बदलाव से संबंधित हैं।

जानें कैसे होगा आपत्तियों-सुझावों का निस्तारण

बता दें पुनर्गठन, परिसीमन प्रक्रिया के तहत प्राप्त आपत्तियों तथा सुझावों को नगर निगम की ओर से टिप्पणी सहित राज्य सरकार को भेजा जाएगा। इसे भेजने की अंतिम तिथि 8 मई 2025 निर्धारित की गई है। राज्य सरकार अगली 25 मई 2025 तक सभी आपत्तियों तथा दावों पर विचार कर उनका अंतिम निस्तारण करेगी। इसके बाद परिसीमन प्रस्ताव को अनुमोदित कर अंतिम रूप से प्रभावी कर दिया जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के जयपुर नगर निगम के अलावा 2 नगर परिषदों तथा 13 नगर पालिकाओं की ओर से कुल 183 आपत्तियां उपखंड कार्यालय, जोन कार्यालय तथा जिला कलेक्टर को भेजी गई हैं।

इसलिए आवश्यक है वार्ड परिसीमन

किसी भी नगर निगम के वार्ड का परिसीमन एक प्रशासनिक प्रक्रिया है। परिसीमन प्रक्रिया के अंतर्गत किसी वार्ड की प्रशासनिक सुविधा, भौगोलिक क्षेत्र तथा जनसंख्या के आधार पर नए सिरे से विभाजित किया जाता है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य समान जनसंख्या वितरण, प्रभावी स्थानीय प्रशासनिक व्यवस्था के साथ उचित प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करना है। देखा जाए तो इस प्रक्रिया में प्राप्त आपत्तियां तथा सुझाव सीमा के बदलाव, भौगोलिक असमानता तथा प्रशासनिक सुविधा से संबंधित ही हैं।

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