Rajasthan Politics: राजस्थान में महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम सरकारी स्कूलों की समीक्षा के लिए भजनलाल सरकार ने एक चार सदस्यीय मंत्रिमंडल कमेटी का गठन कर दिया है। राजस्थान सरकार के इस कदम से राज्य की सियासत को एक नए मुद्दे को लेकर गर्मा दिया है। इस विषय पर भाजपा तथा कांग्रेस के बीच कमेटी के गठन को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चालू हो गया है। जहां एक ओर भाजपा इन स्कूलों को और मजबूत बनाने का दावा कर रही है तो कांग्रेस ने इस कदम की आलोचना कर राज्य को पीछे धकेलने वाला कदम बताया है।

राजनीतिक लाभ के लिए कांग्रेस देती भ्रामक बयान: शिक्षा मंत्री

कांग्रेस की आलोचना पर भजनलाल सरकार में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने सदैव छात्रों-अभिभावकों के साथ छल किया है। कांग्रेस को अपने राजनीतिक लाभ के लिए भ्रामक बयानबाजी करने की आदत लगी हुई है। उसने अंग्रेजी शिक्षा के नाम पर स्कूलों में बोर्ड लगाए हैं। जबकि कांग्रेस की सरकार ने इन स्कूलों के लिए न तो कोई बजट आबंटन किया और न ही आवश्यक शिक्षकों की कोई भर्ती की गई। कांग्रेस कोरी राजनीति के अलावा और कुछ नहीं करती। अपितु कांग्रेस ने तो सरकारी स्कूलों को इंग्लिश मीडियम में बदलकर इन्हें सफेद हाथी बनाने का षड्यंत्र किया है।

शिक्षा का स्तर सर्वोत्तम बना रहे हैं: मदन दिलावर

शिक्षा मंत्री के द्वारा भजनलाल सरकार का विजन स्पष्ट करते हुए कहा गया कि हम सीएम भजनलाल के नेतृत्व में प्रदेश के बच्चों को सर्वोत्तम शिक्षा देने की दिशा में काम कर रहे हैं। शिक्षा को बुनियादी स्तर पर मजबूत बनाने के लिए मिशन मोड पर काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कैबिनेट सचिवालय के आदेश के अनुसार और सीएम भजनलाल की अनुमति के बाद ही राजस्थान सरकार ने इस समिति का गठन किया। जिसकी अध्यक्षता डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह तथा खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा को इस समिति का सदस्य बनाया गया।