Power Companies will Impose Big Tariffs in Rajasthan: राजस्थान में बिजली उपभोक्ताओं को एक लेकर एक बड़े बदलाव की तैयारी चल रही है। जिसमें राज्य की बिजली कंपनियों ने अपने सभी खर्चों और घाटे को लेकर राज्य विद्युत विनियामक आयोग (एसईआरसी) में टैरिफ याचिका दायर की है। इस याचिका के अनुसार बिजली उपभोग शुल्क को वर्तमान 4.75 रुपए प्रति यूनिट से बढ़ाकर 6 रुपए प्रति यूनिट प्रस्तावित किया गया है। तो पहली बार बिजली कंपनियां उपभोक्ताओं पर 1 रुपए प्रति यूनिट रेगुलेटरी सरचार्ज लगाने जा रही हैं। कंपनियों ने इन फैसलों के पीछे केंद्र सरकार के निर्देशों का हवाला दिया है।

कंपनियों ने दिया एनर्जी चार्ज कम करने का प्रस्ताव

बिजली कंपनियों ने याचिका में घरेलू उपभोक्ताओं को एनर्जी चार्ज कम करने का प्रस्ताव दिया है। इसलिए उन्होंने दावा किया है कि इससे फिक्स चार्ज बढ़ाना और अन्य सरचार्ज लगाने से ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। नियामक आयोग ने इस पर आपत्ति तथा सुझाव मांगे हैं, इस जनसुनवाई के बाद ही याचिका पर निर्णय दिया जाएगा।

दोपहर में मिलेगी सस्ती बिजली

डिस्कॉम ने टैरिफ याचिका के कुछ बिंदुओं को मीडिया के माध्यम से अपना पक्ष रखते हुए कहा कि 10 किलोवाट या उससे अधिक भार वाले उपभोक्ताओं के लिए टीओडी (टाइम ऑफ द डे) को तीन श्रेणी में बांट दिया गया है। इसके अनुसार सुबह (6-8 बजे तक) उपभोग पर 5 प्रतिशत सरचार्ज और शाम (6-10 बजे तक) के कुल 6 घंटे के समय में बिजली सरचार्ज पर 10 प्रतिशत का सरचार्ज लगेगा। वहीं दोपहर (12-4 बजे तक) के 4 घंटे में 10 प्रतिशत सरचार्ज की छूट मिलेगी। इसका उद्देश्य पीक ऑवर में कमर्शियल तथा औद्योगिक इकाइयों में बिजली की खपथ हो। ताकि अन्य घरेलू उपभोक्ता इस समय में सस्ती बिजली का उपभोग निर्बाध आपूर्ति के रूप में कर सकें।

उद्योगों को दिया झटका

ऐसी वृहद औद्योगिक इकाइयों, जिनका लोड फैक्टर 50 प्रतिशत से अधिक रहता है, उन्हें अभी जो 1 रुपए प्रति यूनिट का एनर्जी चार्ज में छूट मिलता है। इस रिबेट को खत्म कर देना याचिका में प्रस्तावित किया गया है। हालांकि सामान्य मामलों में एनर्जी चार्ज को 7.30 रुपए से घटाकर 6.50 रुपए कर दिया जाएगा। जबकि अभी जो नई स्थापित होने वाले उद्योगों को 55-85 पैसे प्रति यूनिट की छूट दी जा रही है।

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