Rajasthan News: पंचायती राज सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने के लिए राजस्थान के अलग-अलग जिलों में वहां के सारे सरपंच पहुँचे, जहां उनका अभिनंदन किया गया। इस अभिनंदन समारोह में सरपंच संघ ने सरपंचों को प्रशासक और पंचों को प्रशासक समिति के सदस्य बनाए जाने पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। सरपंच संघ ने मुख्यमंत्री के सामने अपनी कई अन्य मांगे रखी। 

मुख्यमंत्री से भी महत्वपूर्ण होता है गांव का सरपंच

अभिनंदन समारोह में संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अब कुछ भी बन जाओ, लेकिन सरपंच से बड़ा कोई नहीं होता है। गांव की भोली भाली जनता, मेरे ताऊ, मेरी काकी सभी आज भी गांव जाने पर मेरे से कहते हैं कि सरपंच भैया मेरी भी बात सुन लो।

सरपंच सबसे ताकतवर जनप्रतिनिधि 

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में आगे कहा कि पंचायती राज व्यवस्था को सशक्त करने के लिए सरपंचों को जागरूक होना जरूरी है। सरपंच किसी भी समस्या का हल निकालना चाहता है, तो कोई ताकत उसको रोक नहीं सकती है। सरपंच को जो अधिकार मिले हैं किसी और के पास वह अधिकार नहीं है। सरपंच सबसे ताकतवर जनप्रतिनिधि होता है।

सीएम संबोधन की महत्वपूर्ण बातें

● 4 लाख 98 हजार गरीबों को मिलेगा आवास
● बेरोजगारों के लिए चार लाख सरकारी नौकरी और 6 लाख प्राइवेट नौकरी मिलेगी
● 371 ग्राम पंचायतो का भवन निर्माण हुआ
● आने वाले समय में 2027 में किसानों को दिन में बिजली मिलेगी
● सड़कों के लिए 1000 करोड रुपए की राशि आवंटित की गई है।

सरपंच संघ ने CM से की ये मांगें

●प्रदेश के सरपंचों का मानदेय बढ़ाया जाए। 
●टोल टैक्स फ्री किया जाए
● खरीद की सीमा 60 लाख से सीधे एक करोड़ रुपये
● टेंडर माफिया का नेक्सस समाप्त किया जाएगा।
● सरपंचों के लिए पेंशन

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