राजस्थान में एक ऐसे शहर हैं जो देश के सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थलों के रूप में जाने जाते हैं। राजस्थान मंदिरों, बावड़ियों और हवेलियों से भरा हुआ है। यहां कई किले और हवेली हैं जो दुनिया भर में प्रसिध्द हैं। दिल्ली-जयपुर-बीकानेर के रास्ते पर स्थित उत्तर-पूर्वी राजस्थान का शेखावाटी क्षेत्र भी ऐसा ही एक पर्यटन स्थल है। आगंतुकों को सदियों पहले बसे अमीर व्यापारियों की शानदार रूप से अलंकृत हवेलियों की ओर आकर्षित करता है। यहाँ की दीवारों पर बने सुंदर भित्ति-चित्र लोगों को आकर्षित करते हैं, जिसके कारण इसे भारत की सबसे बड़ी खुली कला दीर्घा भी कहा जाता है। यहां कई फिल्मों की शूटिंग भी हो चुकी है।
जीवन के हर पहुलओं पर भित्ति चित्र
शेखावटी की हवेलियों में बने भित्ति चित्र में जीवन के हर पहलूओं को दिखाया गया है। इनमें धार्मिक और पौराणिक गाथाओं के चित्र शामिल हैं। कृष्ण-राधा, राम कथा, नल दमयंती, सत्यवादी हरीशचंद्र व कई ऋषि मुनियों के गाथा चित्र के साथ - साथ पशु - पक्षियों और ट्रेन - टेलीफ़ोन जैसे आधुनिक यंत्रों के चित्र बने हुए हैं।
अनेक फिल्मों की हो चुकी है शूटिंग
कला के इस धरोहर को बॉलीवुड भी खूब पसंद करता है। यही कारण है कि यहां कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। गुलामी, कच्चे धागे, कोई मेरे दिल से पूछे, जब वी मेट, हाफ गर्लफ्रेंड, लव आजकल, ए दिल है मुश्किल, पीके और बजरंगी भाईजान जैसी कई फिल्मों की शूटिंग यहां के मंडावा, रामगढ़ और नवलगढ़ इलाकों में हो चुकी है।
और पढ़ें...
बेहद अनोखे तरीके से किया गया रंगीन
यहां के भित्ति चित्रों के रंगों को बेहद अनोखे और वैज्ञानिक तरीके से तैयार किया गया था। वैज्ञानिकों की माने तो 16वीं से 19वीं सदी तक की शेखावाटी की हवेलियों में काजल व कोयले से काला, नील से नीला, हरे पत्थर से हरा, हरमिच से लाल, चूने से सफेद और गौ मूत्र से पीला रंग तैयार कर भित्ति चित्र उकेरे गए थे।