Rani padmini : इन दिनों वेलेंटाइन वीक चल रहा है, जिसमें कई प्रेम कहानियां बनेंगी तो कई बिगड़ेंगी। कपल इन दिनों यादें बनाने के लिए घूमने फिरने भी जाएंगे। इनमें से कुछ लोगों की प्रेम कहानी में जिंदगी भर का साथ लिखा होगा तो कुछ लोग बिछड़ भी जाएंगे। ऐसे ही दुनिया में कई जोड़े मिल जाएंगे जिनकी अमर प्रेम कहानी इतिहास के पन्नों में दर्ज है। 

इतिहास के पन्नों में दर्ज है ये प्रेम कहानी जहां हमारे देश की मिट्टी एक तरफ वीरों के खून से रंगा हुआ है तो वही दूसरा हिस्सा प्रेमियों के लहू से सना हुआ है। इतिहास में दर्ज ऐसी प्रेम कहानी जिन्हें लोग आज याद करते हैं। जिन्होंने दुनिया को प्रेम का असली मतलब समझाए है कि प्रेम करना ही नहीं उसको निभाना भी पड़ता है। वैलेंटाइन स्पेशल में हम आपको ऐसी स्पेशल प्रेम कहानी बताने वाले है जो आपको रोमांचित करेगी। इस प्रेम कहानी के सबूत आज भी चित्तौड़गढ़ में मौजूद हैं।

रानी पद्मिनी और रावल रतन सिंह की अमर प्रेम कहानी 

कहा जाता है कि चित्तौड़ के राजा रतन सिंह ने एक दिन कीमती तोता खरीदा। रतन सिंह तोते के मुंह से रानी पद्मिनी की तारीफ सुनकर उस पर मोहित हो गए। राजा रतन पद्मिनी को पाने की चाहत में सिंहल देश चले गए। पद्मिनी श्रीलंका के राजा गंधर्वसेन की पुत्री थी। कई मुश्किलों को पार कर के रतन सिंह सिंहल पहुंचे । राजा रावल रतन सिंह ने मलखान सिंह को स्वयंवर में हराकर पद्मिनी से विवाह कर लिया।

रानी पद्मिनी ने किया था जौहर

रानी पद्मिनी की सुंदरता को अलाउद्दीन खिलजी देखते हुए मोहित हो गया और उसने सोच लिया की रानी पद्मिनी को अपना बनाकर रहेगा। I इसी के चलते रतन सिंह और अलाउद्दीन खिलजी के बीच युद्ध हुआ जहां रतन सिंह वीरगति को प्राप्त हो गए। वही रानी पद्मिनी ने अपनी आबरू अलाउद्दीन से बचने के लिए एक विशाल चिता जलाई। रानी पद्मिनी के बाद चित्तौड़ की सारी औरतें उसमें कूद गई। जिन महिलाओं ने जौहर किया उनकी याद आज भी लोकगीतों में जीवित है जिसमे उनके गौरवान्वित कार्य का बखान किया जाता ।

जौहर कुंड 

जौहर कुंड प्यार और दुश्मनी के बलिदान के बारे में बताती है। जब अलाउद्दीन खिलजी ने चित्तौड़गढ़ के किले पर कब्जा जमाया था। वह किले के अंदर दाखिल होता उससे पहले ही रानी पद्मिनी ने हजारों छात्राणियों के साथ मिलकर आग को गले लगा लिया। आज भी चित्तौड़गढ़ के किले में जौहर कुंड स्थित है जहां रानी ने अपना आत्मदाह किया था। इस वेलेंटाइन वीक पर यहां भी घूमने जा सकते हैं।

मेवाड़ की शान चित्तौड़गढ़ किला 

ये किला वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल है। किले के भ्रमण के लिए हजारों की संख्या में टूरिस्ट आते हैं। इसके लिए मैं मौजूद प्रवेश द्वार,बुर्ज, महल मंदिर और जल से इस किले की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं। जो पर्यटकों को अपनी तरफ खींचता है।