Cruel King of Rajasthan: देश-विदेश में भगवान श्रीराम के करोड़ों भक्त हैं। वहीं बहुत से ऐसे लोग भी आपको मिल जाएंगे, जो खुद को भगवान श्रीराम का वंशज बताते हैं। वहीं बहुत बार आपने सुना होगा कि लोग खुद को ही भगवान का रूप बताते हैं। राजस्थान में एक ऐसा ही राजा था, जो खुद को भगवान श्रीराम का अवतार बताता था। इस राजा का नाम जय सिंह था, जो अलवर का राजा था। बाद में उसे देश निकाला दे दिया गया था। 

क्यों हाथों में दस्ताने पहनता था राजा जय सिंह

कहा जाता है कि महाराजा जय सिंह एक क्रूर राजा था। वो खुद को भगवान श्रीराम का अवतार बताता था। वो अपने हाथों में काले दस्ताने पहनता था, ताकि उसकी उंगलियां किसी इंसान को छू न सकें और वो अपवित्र न हो जाए। इतिहासकार डोमिनिक लॉपियर और लैरी कॉलिन्स ने 'फ्रीडम एट मिडनाइट' किताब में राजा का जिक्र किया है। उन्होंने लिखा कि राजा का स्वभाव काफी आकर्षक था। जब राजा जय सिंह शासन में थे, तो वायसराय उनके प्रभाव में रहे थे। किताब में इस बात का भी जिक्र है कि राजा कभी अपने दस्तानों को नहीं उतारता था। 

जिंदा बच्चों को शेर के सामने फेंक देता था राजा

महाराजा जय सिंह के मन में किसी के प्रति दया भावना नहीं थी। एक बार पोलो मैच के दौरान उनका घोड़ा बिदक गया था और वो आगे नहीं बढ़ रहा था। इससे राजा को क्रोध आ गया और उसने घोड़े पर मिट्टी का तेल डालकर उसे जिंदा जला दिया। इससे घोड़े की मौत हो गई। इतना ही नहीं ये भी कहा जाता है कि जब राजा शिकार के लिए जाया करता था, तो वो गरीब परिवार के जिंदा बच्चे को शेर के सामने फेंक देता था। उसका कहना था कि जब तक शेर बच्चे तक पहुंचेगा, वो शेर का शिकार कर लेंगे।

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