5 Must See Forts Of Rajasthan: राजस्थान अपने ऐतिहासिक किलों और महलों के लिए प्रसिद्ध है। यहां के किले न केवल वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण हैं, बल्कि यह स्थान प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक धरोहर का भी हिस्सा हैं। आइए जानते हैं उन पांच किलों के बारे में, जहां से देखने पर दिल को बेहद खुशी मिलती है।
कुंभलगढ़ किला
कुंभलगढ़ किला, उदयपुर से लगभग 85 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसे "किलों का किला" भी कहा जाता है, क्योंकि इसकी दीवारें 36 किलोमीटर तक फैली हुई हैं। इस किले का दृश्य इतना शानदार है कि इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिया गया है। यहां से आसपास के पहाड़ों और हरे-भरे जंगलों का नजारा बेहद खूबसूरत होता है।
जूनागढ़ किला
जूनागढ़ किला, बीकानेर में स्थित है और इसकी भव्यता हर पर्यटक को आकर्षित करती है। किले के भीतर का आंगन, फव्वारे और मूर्तियों की सुंदरता इसे अद्वितीय बनाते हैं। किले के ऊपरी हिस्से से बीकानेर शहर और उसके आसपास के इलाके का दृश्य देखकर मन प्रसन्न हो जाता है।
चित्तौड़गढ़ किला
चित्तौड़गढ़ किला, राजस्थान का सबसे बड़ा किला है और इसे भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। यहां की विशाल दीवारें, दरवाजे और महल पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं। किले की ऊंचाई से चित्तौड़ के मैदानों का दृश्य अद्भुत होता है। इसके जल महल और पूल भी खूबसूरत हैं, जहां आप प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं।
सिटी पैलेस
जयपुर का सिटी पैलेस, राजसी वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। यह किला पर्यटकों को राजा-महाराजाओं के जीवन का अनुभव कराता है। यहां से जयपुर शहर का दृश्य बहुत ही आकर्षक होता है। सिटी पैलेस के आंगनों में चलना और वहां की रंग-बिरंगी दीवारों का नजारा करना एक अद्भुत अनुभव है।
जैसलमेर किला
जैसलमेर किला, अपनी सुनहरी रेत के लिए प्रसिद्ध है। इसे "सोनार किला" भी कहा जाता है। यह किला पूरी तरह से पीले बलुआ पत्थर से बना है, जो सूर्य की रोशनी में सुनहरा नजर आता है। किले के ऊपरी हिस्से से जैसलमेर शहर का नजारा बेहद खूबसूरत होता है। यहां की रेत के टीलों और स्थानीय संस्कृति का अनुभव करना आपको एक अद्भुत यात्रा पर ले जाएगा।
राजस्थान के ये किले न केवल ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि इनका दृश्य भी मनमोहक है। यहां की खूबसूरती और सांस्कृतिक धरोहर आपको एक अनूठा अनुभव प्रदान करती है। अगर आप राजस्थान की यात्रा पर हैं, तो इन किलों को अपने यात्रा कार्यक्रम में शामिल करना न भूलें।