Rajasthan Infrastucture project: भजनलाल सरकार ने दो स्टोन पार्क को विकसित करने का निर्णय लिया है। ये स्टोन पार्क हाड़ौती के कोटा और सेंड स्टोन उद्योग को बढ़ावा देने में मदद करेंगे। इन दोनों पार्कों में पत्थरों का निर्यात उन्मुख उत्पाद तैयार होगा और पार्कों के पत्थरों का वैल्यू एडिशन भी होगा। इस कार्य के लिए प्रदेश सरकार ने 1000 करोड़ रुपए निवेश करने का फैसला किया है। जिसके बाद नए उद्योगों के जरिए लोगों को रोजगार भी मिलेगा। हाड़ौती में लाइम या कोटा स्टोन और सेंड स्टोन का अच्छा उत्पादन होता है। जिसकी मांग देश विदेश में काफी ज्यादा है। काफी समय पहले से इन स्टोन पार्कों की मांग हो रही थी, लेकिन अब जाकर इन मांगो को पूरा किया गया है।
कहां बनेगा कोटा स्टोन पार्क
यह पार्क कोटा जिले के रामगंजमंडी क्षेत्र में रीको के गुंदी फतेहपुर औद्योगिक क्षेत्र में विकसित किया जाएगा। यह पार्क 108 हेक्टेयर का होगा। रीको ने इसका प्रस्ताव भी तैयार करके मुख्यालय को भेज दिया है। माल परिवहन को आसान करने के लिए यह पार्क दिल्ली-मुंबई एटलेन एक्सप्रेसवे के पास विकसित होगा। इससे कोटा और झालावाड़ दोनों क्षेत्रों के पत्थर उद्यमियों को फायदा होगा। 2024 के राज्य बजट में स्टोन मंडी की घोषणा भी हुई थी। लेकिन बाद में इसे स्टोन पार्क के रूप में विकसित करने पर सहमति बनी थी।
कहां बनेगा सेंड स्टोन पार्क
यह सेंड स्टोन पार्क बूंदी जिले के धनेश्वर में NH - 27 के पास विकसित किया जाएगा। रीको ने इसके लिए 150 हैक्टेयर जमीन निर्धारित कर रखी है। बजट 2025 में इस पार्क की घोषणा भी की गई थी। साथ ही इसी पार्क में 250 से ज्यादा कारोबार स्थापित किया जाएंगे।यह क्षेत्र डाबी और बिजौलिया के करीब पड़ता है, जो कि सेंड स्टोन माइनिंग का मुख्य केंद्र भी है।
अभी फिलहाल गुंदी फतेहपुर में स्टोन पार्क के लिए 108 हैक्टेयर जमीन स्वीकृति का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा गया है। इसके अलावा इस बार के बजट में बूंदी स्टोन पार्क के लिए कोटा विकास प्राधिकरण के अंडर आने वाले धनेश्वर में भी जमीन चुनी गई है।
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