Bandheka Hanuman Temple: राजस्थान के चुरू रोड पर झुंझुनू में हनुमान जी का बालाजी मंदिर आस्था का प्रमुख केंद्र है। यहां पर पूरे देश से लोग बालाजी के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां पर सबसे ज्यादा भीड़ मंगलवार, शनिवार और हनुमान जयंती के दिन होती है। हनुमान जयंती के अवसर पर यहां भव्य मेले का आयोजन किया जाता है। इस मंदिर की स्थापना लगभग 150 साल पहले हुई थी। बालाजी का ये मंदिर बांधेका हनुमान मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है।

पत्थर नुमा मूर्ति हटाकर बनाई गई 125 किलो सिंदूर की मूर्ति

शुरुआती दौर में इस मंदिर के अंदर पत्थर नुमा मूर्ति के रूप में बालाजी की पूजा होती थी। इसके बाद इस मंदिर की मूर्ति लगभग 125 किलोग्राम सिंदूर से बनाई जाने लगी। इसको बनाने के लिए मंदिर के पुजारी को काफी मेहनत करनी पड़ती है और इसके लिए काफी समय भी लगता है। इस मंदिर में रहने वाले हनुमान जी का नाम बंधेका बालाजी है। बालाजी का नाम बंधेका बालाजी एक बांध के नाम पर पड़ा है। पुराने समय में यहां पर पुराना बांध हुआ करता था। लोग जब हनुमान जी की बात करते थे, तो इस हनुमान मंदिर का जिक्र बांध के हनुमान जी के नाम से किया करते थे। इसी कारण इस मंदिर का नाम बंधेका बालाजी पड़ गया।

अपनी परेशानियां लेकर आते हैं भक्त

इस मंदिर की खासियत की बात करें तो बता दें कि पहले के समय में हनुमान जी की पत्थर की मूर्ति पर लगभग एक किलोग्राम सिंदूर लगाकर मूर्ति को तैयार किया जाता था। वर्तमान समय में हनुमान जी की मूर्ति ही सिंदूर से बनाई जाती है। इसमें लगभग 125 किलो सिंदूर लगाया जाता है। इस मूर्ति को बनाने में 6 महीने से 7 महीने का समय लगता है। हनुमान जी को संकट मोचन हनुमान के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि यहां पर विराजमान हनुमान अपने भक्तों की सारी परेशानियों को हर लेते हैं। यहां पर राजस्थान के अलावा देश के कोने-कोने से भक्त दर्शन और पूजन करने के लिए आते हैं।