Bharatpur Development Authority: काफी लंबे समय के बाद भरतपुर विकास प्राधिकरण की ओर से वहां के लोगों को बड़ा तौहफा मिला है। जयपुर में आयोजित हुआ कैबिनेट की बैठक में भरतपुर विकास प्राधिकरण के अंतर्गत 209 गांवों को भी शामिल किया जाएगा। इससे भरतपुर के ग्रामिणों को काफी मदद मिलेगी और सरकार के सहयोग से प्रदेश के विकास को गति मिलेगी।

भरतपुर विकास प्राधिकरण को सौंपा जाएगा जिम्मा

बता दें कि आदेश के बाद अब भरतपुर विकास प्राधिकरण अध्यादेश 2024 चालू हो जाएगा। इसके बाद भरतपुर में यूआईटी को बंद कर दिया जाएगा और शहर के विकास का जिम्मा भरतपुर विकास प्राधिकरण को सौंपा जाएगा। बता दें कि विभाग का चेयरमैन को नगरीय विकास मिनिस्टर का पद दिया जाता है, जिसको प्राधिकरण की जिम्मेदारी दी जाती है।

यह चेयरमैन आईएएस होता है। इस प्राधिकरण के बाद भरतपुर शहर के चारों तरफ का करीब 20 किलोमीटर का एरिया विभाग के अंतरर्गत आएंगा। इस फैसले से शहर के विकास को गति मिलेगी साथ ही ग्रामिणों को रोजगार प्राप्त होगा।    

इन इलाकों को प्राधिकरण शामिल करने बाद नए आवासीय क्षेत्रों में भी विकास देखने को मिलेगा। इसका बजट लगभग एक हजार करोड़ रुपए का होगा। पहले यूआईटी का बजट केवल 200 करोड़ का है। शहर के लोग इस फैसले से काफी खुश है और उन्हेंने दिल खोल कर फैसले का स्वागत किया है। भरतपुर के निवासियों का कहना है कि इसके बाद शहर जल्द स्मार्ट सिटी बन जाएगा। साथ ही लोगो को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होगें। 

कौन सा एरिया होगा शामिल?

बता दें कि इस समय नगर सुधार न्यास में शहर के कुल 53 गांव शामिल है, अब इसमें 209 गांव भी मिला दिए जाएंगे जिससे इसका दायरा बढ़ जाएगा। यानी लगभग 20 से 22 किलोमीटर का एरिया बीडीए में आ जाएगा। इसमें सारसा का ऊंचा नगला गांव, भरतपुर का बाबूला, उच्चैन वाले रोड पर सेवर का ऐरिया, सौंख-गौवर्धन रोड का टोंटपुर गांव का एरिया शामिल है।