Rajasthan Cheetah Arrival: राजस्थान का हर एक क्षेत्र अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है। राजस्थान की प्राकृतिक सौंदर्य की बात करें तो हाड़ौती क्षेत्र भी प्राकृतिक सौंदर्य को उपस्थित करने में अपनी खास पहचान रखता है। यहां की प्राकृतिक खूबसूरती की बात करें तो नदी, झरने और पहाड़ का अद्भुत दृश्य के साथ-साथ वाइल्डलाइड के भी कई खूबसूरत नजारे देखने को मिलते हैं। इसके अलावा हाड़ौती में दो टाइगर रिजर्व है यहां पर आप बाघ की मौजूदगी देख सकते हैं। इसके अलावा यहां पर आप बड़ी संख्या में पैंथर भी देख सकते हैं। अब इस क्षेत्र के लिए खुशखबरी की बात यह है की मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में पनप रहें चीते हाड़ौती संभाग के जंगलों में भी नजर आएंगे।

हाड़ौती के जंगलों में होगा चीतों का आगमन

बता दें कि राजस्थान के हाड़ौती के जंगलों में मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से चीतों का आगमन होगा। इन चीतों के आगमन के लिए निर्धारित क्षेत्र भी तय कर दिए गए हैं। यह क्षेत्र राजस्थान और मध्य प्रदेश के बॉर्डर के हिस्सों में निर्धारित कर दिए गए है। वहीं उन चीतों को सुरक्षित करने के लिए कॉरिडोर बनाने के लिए 17000 वर्ग किलोमीटर एरिया में लैंडस्केप कर दिया गया है। इससे आने वाले समय में यहां चीता सफारी भी आसानी से होगी। 

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किस राज्य का कितना भूभाग शामिल?

एनटीसीए ने चीता एक्शन प्लान के तहत चीता के मेटा पॉपुलेशन मैनेजमेंट में भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून की ओर से चीता विचरण के लिए मापदंड के अनुसार यह निर्धारण किया गया है। इससे पहले यहां सर्वे किया था। इस भूभाग के हिस्से में सबसे ज्यादा प्रतिशत राजस्थान के क्षेत्र का शामिल है। बात करें कि किस राज्य का कितना भूभाग शामिल है, तो बता दें की राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमा में 17000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र चीता का हो गया है। जिसमें 61 प्रतिशत से ज्यादा का भू भाग मध्य प्रदेश में रखा गया है। वहीं 37% राजस्थान का और बाकी उत्तर प्रदेश में रखा गया है। बता दें कि राजस्थान में सबसे ज्यादा क्षेत्र हाड़ौती का होगा।