Rajasthan News: मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाली ये 9 नीतियां का प्रस्ताव रखा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश को संबोधित करते हुए कहा कि यह नीतियां हमारे राज्य के लिए रोड़मैप होने के साथ ही राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में आने वाले निवेश को बढ़ोतरी का महत्वपूर्ण आधार भी है।उन्होंने यह भी कहा कि यह राज्य के विकास के लिए एक नया अध्याय है।
एमएसएमई और निर्यात को बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान एमएसएमई नीति–2024 प्रदेश के सूक्ष्म बनाएगी। सीएम शर्मा ने कहा कि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए लाई गई नई नीति निर्यातकों को दस्तावेजीकरण,तकनीकी अपग्रेडेशन और अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में भागीदारी के लिए मदद करेगी।
इस नीति की मदद से ओडीपी उत्पादों के लिए एकीकृत बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा और इन्हें विभिन्न प्रकार की वित्तीय सहायता भी मिलेगी। सीएम ने कहा कि राज्य में क्लस्टर आधारित विकास के जरिए शिल्पकारों और लघु उद्योगों की उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार किया जाएगा।
नवाचार, हरित ऊर्जा और रोजगार को बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि एनीमेशन,विजुअल इफेक्ट्स,गेमिंग,कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी के क्षेत्र में राजस्थान को अग्रणी बनाने का उद्देश्य से AVCG & XR नीति–2024 लागू की जा रही है।सीएम ने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था में पर्यटन उद्योग का अहम योगदान है।
राज्य सरकार ने ऊर्जा क्षेत्र में 2 लाख 24 हजार करोड़ रुपए के एमओयू के साथ ही,राइजिंग राजस्थान और समित में ऊर्जा के क्षेत्र में साढ़े छह लाख करूर रुपए से भी अधिक के निवेश समझौते किए। मुख्यमंत्री ने कहा राजस्थान देश के प्रमुख खनिज उत्पादक राज्यों में से एक है।
प्रदेश में एम-सेण्ड के उपयोग को मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राजस्थान के विकास को गति देने के लिए 9 नई नीतियों का अनावरण किया, जिनमें राजस्थान एम-सेण्ड नीति 2024, एकीकृत स्वच्छ ऊर्जा नीति 2024, निर्यात संवर्द्धन नीति 2024, और एमएसएमई नीति 2024 शामिल हैं। इन नीतियों का उद्देश्य राज्य में निवेश बढ़ाना, पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना, रोजगार सृजन और औद्योगिक प्रगति सुनिश्चित करना है।
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने इन नीतियों को निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया, जबकि ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर ने राज्य को ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने निर्यात संवर्द्धन नीति को निर्यातकों के लिए सहायक बताया। कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिकारियों, मंत्रियों और उद्योगपतियों की उपस्थिति ने इस अवसर को और विशेष बना दिया। प्रदर्शनी में इन नीतियों के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित किया गया, जो राज्य के सर्वांगीण विकास का रोडमैप तैयार करती हैं।