Rajasthan Farmer: कृषि जगत को सशक्त करने के लिए राजस्थान की भजनलाल सरकार लगातार प्रयासरत है। इस कड़ी में किसानों के लिए तरह-तरह की योजनाएं चलाई जा रही है। सरकार की कोशिश है कि फसलों की पैदावार बढ़ाई जाए ताकि किसान सशक्त होकर विकसित राजस्थान मुहिम को रफ्तार दे सकें। इसी कड़ी में किसानों के लिए एक और खुशखबरी सामने आई है।

दरअसल, सरकार ने विधानसभा में स्पष्ट किया है कि पीपल्दा में वर्ष 2024 में बाढ़ से नुकसान हुए फसल का मुआवजा दिया जाएगा। SDRF नॉर्म्स के अनुसार सरकार जल्द ही किसानों के खाते में अनुदान की राशि भेजेगी। ऐसा करने से किसानों को आर्थिक मदद मिलेगी और सशक्त होकर वे कृषि जगत की दिशा-दशा बदलने का काम करेंगे।

किसानों को अनुदान देगी सरकार

राजस्थान सरकार क्षेत्र पीपल्दा के उन किसानों को अनुदान देगी जिनकी फसल बाढ़ की चपेट में आने से खराब हो गई। ऐसे किसानों की संख्या तकरीबन 33 फ़ीसदी है। पंचायती राज्य मंत्री ओटाराम देवासी ने इस संबंध में विधानसभा में जवाब दिया है। उन्होंने स्थानीय जिला कलेक्टर को निर्देश दिया है कि उन किसानों की सूची DMIS पोर्टल पर अपलोड किया जाए, ताकि उन्हें अनुदान पहुंचाया जा सके।

बता दें कि पीपल्दा क्षेत्र में करीब 33 फीसदी फसल बाढ़ की चपेट में आने से बर्बाद हो गई थी। इसमें कुल 25458 हेक्टर भूमि थी। सरकार की कोशिश है कि इन भू मालिकों को उनके फसल के नुकसान की कीमत अदा की जाए ताकि किसानों को नुकसान न हो।

कैसे बदलेगी दशा-दिशा

बता दें कि राजस्थान सरकार के इस कदम से कृषि जगत की दशा-दिशा बदल सकती है। पीपल्दा क्षेत्र के किसान प्रमुख रूप से सरकार के इस कदम से लाभान्वित होंगे। सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले अनुदान की रकम से किसानों का भला हो सकेगा। इसी धनराशि की मदद से किसान अग्रिम समय में फसलों की बुवाई और फिर कटाई तक के दौरान अन्य कई प्रक्रियाओं को विधिवत संपन्न कर सकेंगे।

इस पूरे प्रकरण के बाद अंततः फसल की कटाई होगी जिसे मंडी या फिर अन्य बाजारों में उतार कर किसान मोटा कमाएंगे। इस तरह से कृषि जगत की दशा-दिशा बदलेगी और किसान आर्थिक रूप से संपन्न हो सकेंगे।

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