Elephant Village Rajasthan:  राजस्थान अपनी अनूठी परंपराओं और ऐतिहासिक जगहों के लिए जाना जाता है। यहां आपको भारत के सभी रंग देखने को मिलेंगे। लेकिन आज हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसी जगह की जो काफी रोमांचक तो है ही साथ ही कुछ खास भी है। हम बात कर रहे हैं आमेर किले के पास स्थित हाथी गांव की।

भारत का पहला हाथी गांव 

जयपुर में स्थित है गांव भारत का पहला और दुनिया का तीसरा हाथी गांव है। यहां पर 65 हाथी शांतिपूर्ण तरीके से संरक्षित वातावरण में एक साथ रहते हैं। यह गांव 140 बीघा भूमि पर बना हुआ है। यह सिर्फ आकर्षण केंद्र ही नहीं बल्कि सीखने और शोध करने का भी केंद्र है। यहां आप हाथी की सवारी का आनंद भी ले सकते हैं। 

350 साल पुरानी विरासत 

हाथी गांव विकास समिति के अध्यक्ष बल्लू खान का परिवार 350 से भी अधिक वर्षों से हाथियों की देखभाल कर रहा है। उनकी वंशावली कछवाहा राजवंश के अंदर शाही महावतों से जुड़ी हुई है। बल्लू खान की पीढ़ी इस परिवार की पांचवीं पीढ़ी है। 

हाथियों के लिए उपलब्ध है सभी सुविधाएं 

इस गांव को 20 विशाल ब्लॉकों से सुसज्जित किया गया है। यहां पर दो तालाब भी है जहां हाथियों को नहलाया जाता है। इसी के साथ उनके आहार के लिए गन्ना ,मक्का, बाजरा, केला और मौसमी फलों का पौष्टिक मिश्रण तैयार किया जाता है। साथ ही यहां पर एक चिकित्सा दल भी मौजूद रहता है। आपको बता दे की हाथी पालन कोई छोटा काम नहीं है। उनकी सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए हर रोज कम से कम ₹4000 का खर्च आता है। 

कई सेलिब्रिटी भी आ चुके हैं 

इस गांव में सिर्फ पर्यटक ही नहीं बल्कि दुनिया भर से मशहूर हस्तियां भी आ चुकी हैं। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्विंटन, बॉलीवुड अभिनेता विद्युत जामवाल, क्रिकेटर जैसे यूसुफ पठान और रिकी पोंटिंग यहां पर हाथी की सवारी का आनंद ले चुके हैं। 
यहां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के पर्यटक आ सकते हैं। राष्ट्रीय नागरिकों को ₹50 विदेशी नागरिकों को ₹300 देने होंगे। साथी अगर आप हाथी की सफाई करना चाहते हैं तो ₹1500 देने होंगे।

ये भी पढ़ें-  Rajasthan Government Transfer List: जल्द खत्म हो सकता है प्रशासनिक अधिकारियों का इंतजार, इन पदों पर होगी पदास्थापना