Jaipur Literature Festival: इस वर्ष साहित्य से जुड़ा सबसे बड़ा कार्यक्रम जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल सूर्य महल में आयोजित होने जा रहा है। पांच दिवसीय यह कार्यक्रम 30 जनवरी से शुरू होगा, जिसमें नोबेल विजेताओं से लेकर नीति-निर्माता, बुकर पुरस्कार विजेताओं, लेखक, राजनेता, कलाकार, साहित्यकार और कवि शामिल होंगे। आपको बता दें कि जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के 18वें संस्करण में देश-विदेश से लगभग 600 हस्तियां शामिल होगी। 

मुगल टेंट को बनाया जाएगा फूड क्षेत्र 

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में इस साल बड़ा बदलाव किया जा रहा है। दरअसल, इस कार्यक्रम में मुगल टेंट को फूड क्षेत्र में तब्दील किया जाएंगा। दो साल से इसको लेकर विवाद छिड़ा हुआ था। वर्ष 2023 और 2024 में कई लोगों ने मुगल टेंट बनाए जाने पर विरोध किया गया था, लेकिन इस साल इसे फूड क्षेत्र में बदला गया है। 

पिछले साल लोगों ने जताई थी आपत्ति

बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, उयदपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह और पूर्व विधायक रामलाल शर्मा की ओर से जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में एक सीजन में मुगल टेंट नाम रखने और बनाने पर आपत्ति जताई गई थी। तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष सी.पी.जोशी के साथ बातचीत के दौरान लक्ष्यराज ने मुगल टेंट ना बनाने के लिए आवाज उठाई थी।

साथ ही पूनिया का कहना था कि आयोजकों ने मुगल टेंट नाम रखकर गलती की है। आपको बता दें कि इस साल मुगल टेंट के बदले सूर्य महल नाम से जगह बनाई जाएगी। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के आयोजक संजोय रॉय ने जानकारी दी कि इस वर्ष हिंदी भाषा के प्रख्यात कवि बद्री नारायण को कन्हैयालाल सेठिया पुरस्कार से नवाजा जाएगा। यह पुरस्कार उन्हें उनकी साहित्यिक प्रतिभा और समाज में सुधार की शैली में दिया जाएगा। 

ये लोग लेंगे कार्यक्रम में भाग 

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में बुकर पुरस्कार विजेता गीतांजलि श्री, नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी, रंजीता होस्कोटे, मानव कौल, मनु एस.पिल्लई, जावेद अख्तर, डेविड हेयर, पुलित्जर पुरस्कार विजेता स्टीफन ग्रीपब्लास्ट, अनीता आनंद, इम्तियाज अली, विचारक गोपालकृष्ण गांधी,  एस्थर डुफ्लो और वेंकी रामकृष्ण समेत कई अन्य साहित्यकार, कवि और लेखक शामिल होंगे।

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