Khatu Shyam Temple Mundru: कलयुग के अवतारी बाबा खाटू श्याम जी के लाखों भक्त हैं। खाटू श्याम जी का प्रसिद्ध मंदिर सीकर के खाटू गांव में है, जहां खाटू श्याम जी के कटे हुए सिर के दर्शन किये जाते हैं। खाटू श्याम जी के देश भर में हजारों मंदिर हैं, जहां भक्त उनके एक शीश के दर्शन करते हैं। वहीं राजस्थान के मूंडरू में श्याम बाबा का एक ऐसा मंदिर है, जहां बाबा श्याम का एक नहीं दो शीश मौजूद हैं। यहां श्याम बाबा का एक प्राचीन मंदिर है। इस दो मंजिला मंदिर में एक नीचे वाले मंजिल पर गर्भगृह है। यहां बाबा की प्रतीकात्मक मूर्ति विराजमान है। 

खुदाई के दौरान मिली मूर्ति

वहीं मंदिर की दूसरी मंजिल पर खुदाई के दौरान मिली मूर्ति स्थापित है, जो वास्तविक प्रतिमा मानी जाती है। कहा जाता है कि इस मूर्ति की स्थापना 400 साल पहले हुई थी। सन् 1616 में ठाकुर हृदय राम ने मूंडरू कस्बा बसाया था। उन्होंने ही सन् 1656 में मंदिर बनवाया था। यह मंदिर भौगोलिक बदलावों के कारण धरती में समा गया था। इसके बाद 80 के दशक में भारी बारिश के कारण मूंडरू कस्बा जलमग्न हो गया था। यहां पर पानी के कटाव के कारण बहुत बड़ा गड्ढा बन गया था। 

गड्ढे में मिला मंदिर

लोगों को आभास हुआ कि गड्ढे में कुछ है। इसके बाद वहां पर खुदाई का काम शुरू किया और उसमें से ये मंदिर निकला। इस मंदिर में बाबा श्याम की मूर्ति भी स्थापित थी। इसके बाद गांव के लोगों ने मंदिर में दूसरी मंजिल बनवाई। दूसरी मंजिल बनाकर वहां पर खुदाई के वक़्त मिली बाबा कि मूर्ति रख दी गई। इसके बाद एक प्रतीकात्मक मूर्ति बनवाकर नीचे वाली मंजिल पर स्थापित कर दी गयी। इस तरह यहां आने वाले भक्तों को मंदिर में श्याम जी के एक नहीं बल्कि दो शीशों के दर्शन मिलते हैं। 

बाबा के जन्मदिन पर लगता है मेला

इस मंदिर में दूर-दूर से लोग कलयुग के बाबा खाटू श्याम के दर्शन करने के लिए आते हैं। सबसे ज्यादा भीड़ बाबा श्याम के जन्मदिवस के मौके पर होती है। जन्मदिन पर लाखों की संख्या में आकर भक्त दर्शन करते हैं। इस दौरान मंदिर को भव्य तरीके से सजाया जाता है। शाम के समय मंदिर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का एक भव्य आयोजन किया जाता है।