Digital Praveshotsav Rajasthan: राजस्थान को पूर्ण शिक्षित राज्य बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी को लेकर प्रदेश में इस वर्ष ‘डिजिटल प्रवेशोत्सव’ कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसका उद्देश्य स्कूलों में विद्यार्थियों के प्रवेश का बढ़ाना है ताकि अधिक से अधिक बच्चों को शिक्षा से जुड़ा जा सके। यह कार्यक्रम ‘मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान’ अभियान के तहत संचालित होगा। इस कार्यक्रम को दो चरणबध्द तरीके से पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
दो चरण में आयोजित होगा कार्यक्रम
बताते चलें इस कार्यक्रम को दो चरणों में संचालित किया जा रहा है। पहले चरण के कार्यक्रम को 16 मई तक चलाया जाएगा। वहीं, दूसरा चरण 18 अगस्त तक चलाया जाएगा। हफ्ते के एक दिन समीक्षा बैठक की जाएगी। प्रत्येक शनिवार के दिन अभियान की प्रगति और विकास के लिए समीक्षा बैठक आयोजित होगी।
कैसे किया जाएगा ये सर्वे?
इसी साल इस डिजिटल प्रवेशोत्सव एप की भी शानदार शुरुआत की जाएगी। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ख़ुद इस ऐप का शुभारंभ करेंगे। इस ऐप के माध्यम से एक गाँव से लेकर बस्ती तक सभी वंचितों शिक्षा से वंचित छात्रों का सर्वे किया जा रहा है। पहले हर जगह से ये आकड़ा एकत्र किया जाएगा फिर ड्रॉपआउट बच्चों को फिर से शिक्षा की मुख्यधारा में जोड़ा जाएगा।

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प्रवेशोत्सव कार्यक्रम प्रदेश के गांव तक पहुंचे
इस अभियान को सफलता पूर्वक पूर्ण करने के लिए न सिर्फ शिक्षा विभाग बल्कि उससे जुड़े अन्य परिषद जैसे स्कूल विकास एवं प्रबंधन समिति, पूर्व विद्यार्थी परिषद, अभिभावक शिक्षक परिषद आदि को भागीदारी दी गई है। इन सभी के सहयोग से प्रवेशोत्सव कार्यक्रम प्रदेश के गांव तक पहुंचाना है।

शिक्षा विभाग का मानना है कि इस तरह सामूहिक प्रयासों से ही प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की गुणवत्ता को बढ़ाया जा सकता है और सशक्त बनाया जा सकता है। ताकि राजस्थान को एक पूर्ण शिक्षित राज्य बनाया जा सके, यहां कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रह सके।