Rajasthan Chand Baori: राजस्थान की ऐतिहासिक धरोहरों में से एक चांद बावड़ी है, जो अपनी विशेषताओं और रहस्यमयता के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। ये बावड़ी राजस्थान के दौसा जिले के आभानेरी गांव में स्थित है, जो जयपुर से लगभग 97 किलोमीटर दूर है। आइए इसके बारे में डिटेल से जानते हैं।
चांद बावड़ी का निर्माण 9वीं शताब्दी में गुर्जर प्रतिहार वंश के राज मिहिर भोज उर्फ चांद ने करवाया था। इस बावड़ी की विशेषताएं इसे दुनिया की सबसे गहरी और विशाल बावड़ियों में से एक बनाती हैं:
- 13 मंजिला और 100 फीट से अधिक गहरी
- 35 मीटर चौड़ी और पक्की सीढ़ियों वाली
- लगभग 3500 सीढ़ियां
- भूलभुलैया के नाम से भी जानी जाती है, जिसका अर्थ है भूलने की जगह
इस बावड़ी के साथ जुड़ी कई रहस्यमय कथाएं हैं:
- एक रात में निर्माण: कहा जाता है कि यह बावड़ी एक ही रात में बनकर तैयार हो गई थी।
- भूतों द्वारा निर्माण: स्थानीय लोगों का दावा है कि इस बावड़ी का निर्माण इंसानों ने नहीं, भूतों ने किया था।
- गायब हुई बारात: एक बारात के चांद बावड़ी में मौजूद अंधेरी-उजाली गुफा में उतरने के बाद गायब हो जाने की कथा भी यहां की एक रहस्यमय कथा है।
- 17 किमी लंबी गुफा: इस गुफा की लंबाई 17 किमी है, जो भांडारेज गांव में निकलती है।
चांद बावड़ी की सिढ़ियां भी विशेष हैं:
- रिकॉर्ड बताते हैं कि यह दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े सीढ़ीदार कुओं में से एक है।
- आप एक ही सीढ़ी पर दो बार कदम नहीं रख सकते हैं।
इन विशेषताओं और रहस्यमय कथाओं के कारण चांद बावड़ी पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल है