Rajasthan City Of 100 Islands: राजस्थान का नाम लेते ही हमारे जेहन में रेगिस्तान की तस्वीर आती है, लेकिन आज हम आपको राजस्थान के एक ऐसे शहर के बारे में बताएंगे जो आपको हैरान कर देगा। जी हां बांसवाड़ा शहर, जो राजस्थान का चेरापूंजी भी कहलाता है, माही नदी के किनारे बसा हुआ है और देश का इकलौता 100 द्वीपों वाला शहर है। आइए जानते हैं इसके बारे में...
क्यों कहलाता है राजस्थान का चेरापूंजी?
बांसवाड़ा में सबसे ज्यादा बारिश होती है, इसलिए इसे राजस्थान का चेरापूंजी कहा जाता है। मानसून के मौसम में यहां की खूबसूरती एक अलग ही छटा बिखेरती है। यहां पर हरे भरे पेड़-पौधे और द्वीप मानसून के बादलों से ढंक जाते हैं।
माही नदी - बांसवाड़ा की लाइफ लाइन
वहीं माही नदी का लगभग 40 किलोमीटर का क्षेत्र बांसवाड़ा की खूबसूरती को और ज्यादा बढ़ा देता है। माही के बैकवाटर में 100 से ज्यादा छोटे-बड़े टापू बने हुए हैं, जिसे 'चाचा कोटा' कहा जाता है। ये टापू बांसवाड़ा शहर की पहचान बन चुके हैं। आप यहां और भी कई जगहें घूम सकते हैं।
बांसवाड़ा के आसपास घूमने की जगहें
1. माही बांध: 16 दरवाजों वाला माही बांध, राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा बांध है। मानसून के मौसम में यहां जमा अतिरिक्त पानी को निकालने के लिए जब मुख्य बांध के दरवाजे खोले जाते हैं, तो ये पर्यटकों के लिए काफी अच्छा नजारा होता है।
2. चाचा कोटा: माही के बैकवाटर में 100 से ज्यादा छोटे-बड़े टापू बने हुए हैं। यहां हरी-भरी पहाड़ियां, समुद्र तट जैसा नजारा और जहां तक नजर जाए 'हर तरफ पानी ही पानी' नजर आता है।
3. कागदी पिकअप: यहां के कागदी झील और किनारे बने बगीचे को देखने के बाद नजरें हटाने का मन ही नहीं करता है। खासकर बरसात के मौसम में, यह झील कई प्रवासी पक्षियों की अठखेलियों का गवाह बनती है।
कैसे जाएं बांसवाड़ा शहर?
1. वायु मार्ग: यहां का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा उदयपुर में है, जो यहां से 185 किलोमीटर दूरी पर मौजूद है।
2. ट्रेन मार्ग: यहां का निकटतम स्टेशन रतलाम है, जो 80 किलोमीटर दूर है।
3. सड़क मार्ग: बांसवाड़ा के लिए दिल्ली, जयपुर और भरतपुर से बसें आसानी से मिल जाती हैं।