Rajasthan Politics: राजस्थान कांग्रेस में हमेशा उथल-पुथल देखने को मिलती रहती है। कांग्रेस के नेता कभी आपस में ही लड़ते रहते हैं, तो कभी हाईकमान खुद किसी एक चेहरे को राजस्थान का भविष्य बता देता है। आज एक बार फिर ऐसा ही कुछ देखने को मिला है। पार्टी से राजस्थान को बर्बाद करने वाले अशोक गहलोत और गोविंद सिंह डोटासरा को लगभग साइड लाइन किया जा चुका है। कांग्रेस मुख्यालय के उद्घाटन में जमकर बेइज्जती हुई है। वहीं सचिन पायलट को कमान सौंपने के संकेत दिए हैं। उनको कांग्रेस के अन्य मुख्यमंत्रियों के बराबर इज्जत मिली है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 15 जनवरी को कांग्रेस के नए मुख्यालय का उद्घाटन हुआ, जिसमें अशोक गहलोत नजर नहीं आए। वहीं गोविंद सिंह डोटासरा और टीकाराम जूली अलग-थलग दिखे। गांधी परिवार ने उनको पूरी तरह से साइड कर दिया। इन्हें बैठने तक की सही जगह नहीं मिली। इससे टीकाराम को भी काफी फर्क पड़ा है, तभी तो गोविंद सिंह डोटासरा ने तो सोशल मीडिया पर पोस्ट तक नहीं की। वहीं टीकाराम जूली ने जो पोस्ट की उसमें इनके अलग थलग पड़ने की कहानी साफ दिखी। इस पूरे कार्यक्रम के बाद अपनी खीज मिटाने के लिए फोटो खिंचवाई। उसे ही टीकाराम जूली ने फेसबुक पर डाल दिया।
सिंघम अंदाज में बैठे थे सचिन पायलट
अशोक गहलोत का भी हाल कुछ ऐसा ही रहा। गहलोत ने इस कार्यक्रम में शामिल भी नहीं हुआ और ना ही कांग्रेस मुख्यालय के उद्घाटन को लेकर बधाई तक देने वाली पोस्ट नहीं की। वहीं दूसरी तरफ राजस्थान कांग्रेस के सिरमौर सचिन पायलट अपने सिंघम अंदाज में सुखबीर सिंह सुक्खू समेत कांग्रेस के अन्य मुख्यमंत्रियों और प्रियंका गांधी के साथ पहली लाइन में बैठे हुए नजर आए। कांग्रेस मुख्यालय के उद्घाटन में सचिन पायलट को मिली इज्जत से साफ है राजस्थान में कांग्रेस का मुखिया अब कौन है। इससे साफ है कि राजस्थान में अब कांग्रेस की कमान सचिन पायलट के हाथों में है। अशोक गहलोत और गोविंद सिंह डोटासरा की छुट्टी होने वाली है।
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