Cyber Awareness: लगातार बढ़ रहे साइबर क्राइम को देखते हुए राजस्थान में साइबर पुलिस की टीम द्वारा ‘‘साइबर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत राजसमंद में भी स्कूली बच्चों को साइबर सुरक्षा की जानकारी दी गई, जिससे बच्चे मोबाइल के माध्यम से साइबर ठगी का शिकार ना बन पाए। 

साइबर अपराध बचाव के बताए तरीके

पुलिस अधीक्षक मनीश त्रिपाठी के आदेश पर सेंट पॉल सीनियर सैकण्डरी स्कूल में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके अंतर्गत प्रोग्रामर खैरूल वसीम और कॉन्स्टेबल डालूराम व रतनलाल ने साइबर अपराध बचाव के तरीके भी बताए। 

साथ ही पुलिस की टीम ने बच्चों को प्रजेंटेशन के जरिए साइबर बुलिंग, फिशिंग, फर्जी लोन एप्प के नाम पर होने वाली ठगी, ऑनलाइन गेमिंग, स्मेशिंग, विशिंग के जरीए होने वाले अपराध, डीपफेक, टेलीग्राम फ्रॉड, म्यूल अकांउट, सीजन क्राइम, रेनसमवेयर जैसे क्राइम, बाल यौन शोषण, राजकॉप सिटिजन एप्प, डेटा ब्रीच और दुर्व्यवहार अपराधों के बारें में बताया। 

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कैसे दर्ज कर सकते है शिकायत?

पुलिस ने बच्चों को समझाया कि यदि आपके साथ कोई साइबर अपराध घटित हो जाता है तो ऐसे में आप साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर सकते है। साथ ही www.cybercrime.gov.in पर जाकर शिकायत कर सकते है। साथ ही नजदीकी पुलिस थाने में जाकर भी कंप्लेन कर सकते है।  

साइबर थाने के कार्यों से कराया अवगत

इस दौरान प्रगति स्कूल एमडी के छात्रों को साइबर थाना राजसमंद में ले जाया गया और उन्हें साइबर थाने के कार्यों से जुड़ी जानकारी दी। यहां हेडकांस्टेबल और महिला कॉन्स्टेबल सीमा, रतनलाल, डालूराम ने सोशल मीडिया पर भी सावधानी बरतने के सुझाव दिए। बच्चों को अनजान कॉल और लिंक अटेंड ना करने को कहा गया। साथ ही डिजिटल अरेस्ट, अनजान स्रोतों से प्राप्त फाईल डाउनलोड ना करने के सुझाव दिए गए। 

गुड सेमेरिटन योजना 

अभियान के तहत बच्चों को गुड टच बेड टच की भा जानकारी दी गई। यातायात सम्बन्धित नियमों, दुर्घटना होने पर गुड सेमेरिटन योजना से जुड़ी सभी जानकारी विस्तार से बताई।