Rajasthan Tourism: राजस्थान की राजधानी जयपुर के रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान से लगभग 90 किलोमीटर दूर स्थित टोंक जिले को राजस्थान का लखनऊ कहा जाता है। एक समय पर यह शहर अफ़गान पठानों का शहर हुआ करता था। यहां पर बनी कई छोटी हवेलियां यहां के शासकों की संपत्ती और शक्ति को दर्शाती है। टोंक की औपनिवेशिक इमारतें अंग्रेजों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक केंद्र हुआ करती थी। आज यह शहर पर्यटन स्थल के रूप में लोगों को अपनी ओर आर्कषित करता है। आइए यहां के मशहूर पर्यटन स्थलों के बारे में जानते हैं।
1. सुनहरी कोठी
सुनहरी कोठी इसे सोने की हवेली के नाम से भी जाना जाता है। यह कोई हवेली नहीं बल्कि एक शानदार हॉल है। यहां आपको प्रचीन समय के तामचीनी दर्पण, बेल्जियम ग्लास व गिल्ट देखने को मिल जाएगे। इसका निर्माण नवाब मोहम्मद इब्राहिम अली खान ने किया था। वे कविता, नृत्य व संगीत के बहुत बड़े शौकिन थे।
2. जामा मस्जिद
राजस्थान की प्रमुख मस्जिदों में से एक है टोंक जिले की जामा मस्जिद जो पर्यटकों का खास आकर्षण है। इस मस्जिद का निर्माण 1246 में नवाब अमीर खान ने शुरू कराया था, जिसके बाद वर्ष 1298 में उनके बेटे ने मस्जिद का कार्य पूरा कराया था।
3. बीसलदेव मंदिर
बीसलदेव मंदिर टोंक जिले से करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस मंदिर को गोकर्णेश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर को विग्रहराजा चतुर्थ ने बनाया था, जा गोकर्ण के बहुत बड़े भक्त थे। मंदिर के अंदर एक प्राचीन शिवलिंग है। मंदिर का गोलाकार गुंबद चारों ओर से आठ स्तभों से बनाया हुआ है।
4. हाथी भाटा
हाथी भाटा टोंक से करीब 22 किलोमीटर दूर है। यह राजस्थान के फेमस पर्यटन स्थलों में एक है। यहां बड़े-बड़े पत्थरों और चट्टानों से बनाया हुआ एक विशाल हाथी बनाया हुआ है। इसका निर्माण रामनाथ सियात ने सवाई राम सिंह के शासनकाल के दौरान किया गया था।
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