Rajasthan Transport System: राजस्थान में अब नियम तोडने वालों पर सरकार सख्ती से पेश आएंगी। इसके लिए यातायात पुलिस द्वारा नई व्यवस्था तैयार की गई है। बता दें कि अब प्रदेश में कही भी ऑफलाइन चालान नहीं लिया जाएगा। बीकेनेर शहर की बात करें तो यहां ट्रैफिक पुलिस प्रतिदिन चार सौ से ज्यादा चालान काट रही है, जिसमें 100 से 125 तक ऑफलाइन चालान होते है।
इसलिए लिया गया फैसला
दरअसल, पिछले दिनों राजस्थान पुलिस द्वारा किए जा रहे ऑफलाइन चालान सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की केन्द्रीकृत ई-चालान पर प्रदर्शित नहीं हो रहे थे, जिसको लेकर केंद्र सरकार ने नाराजगी जताई थी। इसके बाद जयपुर यातायात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह ने आदेश जारी कर राज्य के सभी रेंज के महानिरीक्षकों को सभी चालान (ऑनलाइन और ऑफलाइन) को मैनुअली अपलोड करने को कहा था।
फैसले से मिलेगा लाभ
1. इस फैसले से रसूखात दिखाकर चालान से नहीं बचा जा सकेगा।
2. चालान का जुर्माना पूरा भरना होगा।
3. समय पर चालान ना भरने पर पेंडिंग बताता रहेगा।
4. सरकार को राजस्व आय में फायदा होगा।
5. फर्जी चालान पर भी लगाम लग सकेगी।
6. चालान जमा कराने के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा।
समय पर भरना होगा चालान
बता दें कि नई व्यवस्था के अनुसार नियम तोड़ने के तीन दिनों के अंदर ही ई-चालान नोटिस भेज दिया जाएगा। एक महीने के अंदर ही चालान का भुगतान करना पड़ेगा। 90 दिनों के अंदर ही ट्रैफिक पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाएगी।
ट्रैफिक पुलिस के दो कार्मिक तैनात
यातायात प्रभारी नरेश निर्वाण ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस के आदेश के मुताबिक राज्य में 90 प्रतिशत चालान का कार्य ऑनलाइन ही किया जाएगा, जो 10 प्रतिशत चालान ऑफलाइन करना पड़ता है, उसे नियम तोड़ने वाले दिन ही ई-चालान प्रणाली पर अपलोड करना पड़ेगा। इस कार्य के ट्रैफिक पुलिस के दो कार्मिक तैनात किए गए है।