Rajasthan Urban Development: भरतपुर नगर निगम ने अचानक अपनी सीमा का विस्तार कर चिकसाना, तुहिया और सेवर के गांवों को अपने दायरे में ले लिया। यह बदलाव क्या भरतपुर के विकास की ओर एक कदम होगा, या फिर इसके पीछे कुछ और है।

भरतपुर नगर निगम का सीमा विस्तार शहरवासियों के लिए एक नई दिशा लेकर आया है। अब नगर निगम ने चिकसाना, तुहिया और सेवर के गांवों को अपने सीमा क्षेत्र में शामिल कर लिया है। यह कदम वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर उठाया गया है, लेकिन इन गांवों की असल जनसंख्या अब इससे कहीं ज्यादा है। हालांकि, इसका असर शहर के विकास पर क्या होगा, यह देखना बाकी है।

BDA का हिस्सा बनने के बाद नगर निगम का नया कदम

इससे पहले, इन गांवों को भरतपुर विकास प्राधिकरण (BDA) के तहत शामिल किया गया था, लेकिन अब नगर निगम ने इन्हें अपने क्षेत्र में शामिल कर लिया है। नगर निगम ने इन गांवों की जनसंख्या को 37,942 माना है, जो पहले की जनगणना के हिसाब से था।

आसान होगी सरकारी योजनाओं की पहुंच

नगर निगम के सीमा विस्तार से जहां एक ओर प्रशासनिक फैसलों में बदलाव आएगा, वहीं स्थानीय विकास और नागरिक सुविधाओं में भी सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। अब इन गांवों के नागरिकों को सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सकेगा।

नए वार्ड और सीमा निर्धारण

इस सीमा विस्तार के बाद, वार्ड 65 ही बनाए जाएंगे। अब तक नगर निगम में जो वार्ड थे, उनका परिसीमन कर दिया जाएगा, लेकिन नए गांवों के लिए अलग से वार्ड नहीं बनाए जाएंगे। दरअसल, यह तय किया गया है कि 3.5 लाख की जनसंख्या में सिर्फ 65 वार्ड हो सकते हैं। इस परिसीमन के बाद, नक्शे के आधार पर सीमाओं का फैसला किया गया है।

गांवों की नई सीमा

अब भरतपुर नगर निगम में गांवों का विस्तार हो चुका है, जिनमें अहम गांवों में बछामदी, नगला कसौटा, नगला हींस, जाटौली घना, नगला गोपाल, मडरपुर और मलाह शामिल हैं। इसके साथ ही, रामपुरा, मुरवारा और तुहिया के आसपास के क्षेत्र भी नगर निगम में शामिल किए गए हैं।

ये भी पढ़ें:- सीएम भजनलाल की IAS-RAS को बड़ी सौगात: आदेश मिलते ही खिले अधिकारियों के चेहरे, जानिए किसे मिलीं नई जिम्मेदारियां?