Rajasthani Special Sweets: दिवाली का त्यौहार भारत में सबसे बड़े और प्रिय त्योहारों में से एक है। यह त्यौहार रोशनी, मिठाई, और परिवार के साथ मिलकर मनाने का समय होता है। इस विशेष अवसर पर मिठाइयों का खास महत्व होता है, जिसमें भरतपुर की पारंपरिक मिठाई "खिलौने" एक अनूठा स्थान रखती है।

खिलौने जैसी मिठाई का महत्व

भरतपुर में बनने वाली यह मिठाई खासतौर पर दिवाली के अवसर पर बनाई जाती है। इसे हाथी, घोड़ा, मोर, और अन्य पारंपरिक आकृतियों में ढाला जाता है। इस मिठाई का उपयोग मुख्य रूप से पूजा में किया जाता है और इसे देवी-देवताओं को भोग के रूप में अर्पित किया जाता है। यह मिठाई न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि इसके पीछे की सांस्कृतिक धरोहर भी महत्वपूर्ण है।

खिलौने जैसी मिठाई को बनाने की प्रक्रिया भी बहुत खास है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले चीनी की चाशनी तैयार की जाती है। इस चाशनी को पारंपरिक लकड़ी के सांचों में डाला जाता है, जो विभिन्न जानवरों और आकृतियों का रूप धारण करते हैं। इस प्रक्रिया में कुशल स्थानीय हलवाई इस मिठाई को बनाते हैं, जो पीढ़ियों से इस कला को संजोए हुए हैं।

बच्चों के लिए मनोरंजन

खिलौने जैसी मिठाई का एक और खास पहलू यह है कि इसे छोटे बच्चों को खिलौने के रूप में भी दिया जाता है। बच्चे इस मिठाई के विभिन्न आकृतियों से खेलकर आनंदित होते हैं। यह मिठाई उन्हें न केवल मिठास का अनुभव कराती है, बल्कि उनके खेल का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन जाती है।

दिवाली पर विशेष बिक्री

दिवाली के समय भरतपुर की गलियों में खिलौने जैसी मिठाई की बिक्री देखने लायक होती है। यहां के लोग अपने घरों में पूजा के लिए इस मिठाई को खरीदते हैं और अपने भगवान को इसका भोग अर्पित करते हैं। इसके बाद, इसे प्रसाद के रूप में भी बांटा जाता है। बाजार में इस मिठाई की कीमत ₹60 से लेकर ₹100 प्रति किलो तक होती है, जो इसे हर किसी की पहुंच में बनाती है।

भरतपुर की खिलौने जैसी मिठाई दिवाली के त्यौहार की रौनक को और बढ़ा देती है। इसका धार्मिक महत्व, सांस्कृतिक धरोहर, और बच्चों के लिए मनोरंजन इसे एक अनूठी मिठाई बनाता है। यदि आप इस दिवाली पर कुछ खास बनाना चाहते हैं, तो खिलौने जैसी मिठाई बनाने की कोशिश करें और अपने परिवार के साथ इस विशेष परंपरा का हिस्सा बनें।

खिलौने जैसी मिठाई बनाने की विधि-

सामग्री-

2 कप चीनी

1 कप पानी

आवश्यकतानुसार खाद्य रंग (विभिन्न रंगों के लिए)

पारंपरिक लकड़ी के साँचे

विधि-

एक कढ़ाई में चीनी और पानी मिलाएं।

मध्यम आंच पर चीनी को पूरी तरह घुलने तक पकाएं।

चाशनी को थोड़ी गाढ़ी होने पर उसमें खाद्य रंग मिलाएं।

चाशनी को तैयार लकड़ी के सांचों में डालें और ठंडा होने के लिए रख दें।

जब मिठाई ठंडी हो जाए, तो इसे सांचे से निकाल लें और सजाएं।