Rising Rajasthan Global Investment Summit 2024: राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में 3 दिनों तक चलने वाला राइजिंग राजस्थान समिट का सफलतापूर्वक समापन हो गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने समिट का उद्घाटन कर निवेशकों को उत्साह से भर दिया था। राजस्थान सरकार ने ग्लोबल समिट 2024 के दौरान 35 लाख करोड़ रुपये से अधिक के समझौता ज्ञापन का एमओयू किया है। ये आंकड़े वसुंधरा राजे की सरकार और अशोक गहलोत की सरकार से कहीं अधिक है।
सीएम भजनलाल ने राजस्थान में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए जो कदम उठाए हैं, वह कारगर साबित होता दिख रहा है। प्रदेश के युवाओं में भी इसको लेकर अलग ही जुनून देखने को मिल रहा है। इस वीडियो में हम आपको 3 दिनों में घटित तमाम मुख्य कार्यकर्मों के बारे में जानकारी देने वाले हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया संबोधित
पीएम नरेंद्र मोदी ने समिट को संबोधित करते हुए कहा कि यह टेक्नोलॉजी और डेटा से प्रेरित युग है। पिछले कुछ वर्षों में देश में इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या में तकरीबन चार गुना से अधिक वृद्धि हुई है। डिजिटल लेन-देन में नित्य एक नया आयाम स्थापित किया जा रहा है। देश विश्व को डेमोक्रेसी, डेमोग्राफिक और डेटा की असली शक्ति से परिचय करा रहा है।
भारत ने दुनिया को यह दिखाया है कि डिजिटल तकनीक से समाज के सभी क्षेत्रों और वर्गों को कैसे लाभ दिला सकता है। देश की एकीकृत भुगतान इंटरफेस, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर योजना समेत ऐसे कई प्लेटफॉर्म डिजिटल बुनियादी ढांचे की शक्ति को दुगनी करने में कार्यरत है।
पीएम मोदी ने भजनलाल सरकार द्वारा आयोजित इवेंट की कीं प्रशंसा
पीएम मोदी ने भजनलाल सरकार द्वारा आयोजित इस इवेंट की जमकर प्रशंसा कीं। पीएम मोदी ने कहा कि, “भारत का मूल चरित्र की बात जब हम करते हैं, तो इसका मानव कल्याण है। राजस्थान की नव विकास यात्रा की शुरुआत में आज एक और दिन जुड़ गया है। आज बेहतर सोच का परिणाम है कि देश और दुनिया से बड़ी संख्या में प्रतिनिधी और निवेशक राजस्थान में पधारे हैं। इस समिट में उद्योग जगत के भी अनेक साथी शामिल हुए हैं। राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 में आप सभी का तहे दिल से अभिनंदन है। मैं राजस्थान की बीजेपी सरकार को इस भव्य आयोजन के लिए बधाई दूंगा”।
पीएम मोदी ने तत्तकालीन सरकार पर कसा तंज
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान विकसित राजस्थान बनाने पर बल दिया। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद तत्तकालीन सरकार ने विकास को प्राथमिकता से देखा ही नहीं, उनकी प्राथमिकता में न तो ये थी और न ही विरासत। इसका बहुत बड़ा नुकसान आज राजस्थान को उठाना पड़ा है। लेकिन, हमारी बीजेपी सरकार प्रदेश को विकसित बनाने व यहां की विरासत को संवारने के मंत्र पर कार्य कर रही है।
राजस्थान बनेगा ऊर्जा में आत्मनिर्भर के साथ सरप्लस स्टेट
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान न केवल ऊर्जा में आत्मनिर्भर बने बल्कि सरप्लस स्टेट भी बने। ऊर्जा क्षेत्र में केंद्रीय उपक्रमों के साथ लगभग 4 लाख करोड़ रुपये के एमओयू किए गए हैं। हमारा प्रयास अगले 4 साल में राज्य की नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन क्षमता 30 से बढ़ाकर 125 गीगावाट करना है। सड़क, रेलवे, हवाई अड्डे, सिंचाई परियोजना और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में हमारी डबल इंजन की सरकार के प्रयासों से राज्य के बुनियादी ढांचे की तस्वीर बदल रही है। प्रदेश में बुनियादी सड़क तंत्र को विकसित करने में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का भी विशेष सहयोग है। मुख्यमंत्री ने प्रवासी राजस्थानियों को लेकर कहा कि दुनिया में प्रवासी राजस्थानियों की मेहनत, कर्मठता और लगन से राजस्थान गौरवान्वित हुआ है।
राज्स्थान इन क्षेत्रों कर रहा है विकास
हमारी सरकार ने यह निर्णय लिया है कि प्रवासी राजस्थानियों के हितों को ध्यान में रखते हुए उनके लिए एक विशेष विभाग बनाया जाएगा। प्रवासी राजस्थानियों के परिवारों को किसी तरह की समस्या आती है, तो इसके लिए हर जिले में सिंगल प्वाइंट कॉन्टेक्ट बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। हाईवे का तीसरा एवं रेलवे का पांचवां सबसे बड़ा नेटवर्क, सात प्रमुख हवाई अड्डे और दिल्ली-मुंबई फ्रेट कॉरिडोर राजस्थान को परिवहन के लिए अत्यंत सुविधाजनक स्थान बनाते हैं। भारत का सबसे बड़ा राज्य राजस्थान अब बड़े अवसरों की भूमि बन रहा है। अगले 5 साल में राज्य की अर्थव्यवस्था को 350 बिलियन डॉलर करने के संकल्प के साथ काम कर रहे हैं। सब मिलकर राजस्थान को हिंदुस्तान का नंबर 1 प्रदेश बनाने का संकल्प लें।
राजस्थान सोलर डवलपमेंट कॉर्पोरेशन लगाने को मिली मंजूरी
केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी ने 9 दिसंबर को कहा कि राजस्थान में केंद्रीय सहभागिता के साथ राजस्थान सोलर डवलपमेंट कॉर्पोरेशन के लिए 2 हजार मेगावाट क्षमता का नया सोलर पार्क स्थापित करने की मंजूरी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के सतत प्रयासों के फलस्वरूप यह परियोजना राजस्थान की सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता को नई ऊंचाईयों पर ले जाएगी और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों से भारतीय अर्थव्यवस्था में अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों का भरोसा मजबूत हुआ है। आज पूरा विश्व भारत की तरफ आशा भरी निगाहों से देख रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2032 तक देश की ऊर्जा मांग दोगुनी हो जाएगी। 2030 तक गैर जीवाश्म आधारित स्त्रोतों से राजस्थान 500 गीगावाट ऊर्जा उत्पन्न कर रहा होगा।
केंन्द्रीय खान एवं कोयला मंत्री किशन रेड्डी कहीं बड़ी बात
केंन्द्रीय खान एवं कोयला मंत्री किशन रेड्डी ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर बनाने में खनन क्षेत्र की अहम भूमिका है। केंद्र सरकार आत्मनिर्भर भारत की यात्रा में निजी क्षेत्र को भी भागीदार बनाना चाहती है। देश में खनिज खोज कार्य में निजी क्षेत्र की भी भागीदारी तय होने से क्रिटिकल मिनरल्स के खोज व खनन में तेजी आएगी और विदेशों पर निर्भरता कम की जा सकेगी। इससे रोजगार के नये अवसर विकसित करने तथा देश की इकोनॉमी में खनन क्षेत्र की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए सरकार के साथ ही उद्यमियों को भी लक्ष्य लेकर आगे बढ़ना होगा।
सीएम भजनलाल ने इसको लेकर कहा कि राजस्थान में खनन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। क्षेत्रफल के मामले में देश का सबसे बड़ा राज्य होने के साथ ही राजस्थान खनिज उत्पादन में भी अग्रणी है। यहां 82 तरह के खनिजों के भंडार हैं, जिनमें से 58 खनिजों का व्यावसायिक स्तर पर खनन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की मिट्टी सोना, लौह अयस्क, कच्चा तेल और प्राकृतिक स्टोन जैसे अनमोल खनिजों से भरी हुई है।
प्रवासी राजस्थानियों पर राजस्थान का अधिकार
राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागड़े ने कहा कि राजस्थान में आठ करोड़ की जनसंख्या है। इसके अलावा करीब ढ़ाई करोड़ लोग बाहर प्रवास करते हैं। प्रवासी राजस्थानियों पर राजस्थान का अधिकार है। वे यहां आएं और मातृभूमि का ऋण चुकाने के लिए निवेश करें। उन्होंने कहा कि हमारे महाराष्ट्र में कहावत है, जहां न पहुंचें बैलगाड़ी वहां पहुंचे मारवाड़ी।
राजस्थानी जहां गए हैं वहां अच्छा कार्य किया, लगन और परिश्रम से अपना स्थान बनाया है। राजस्थानियों ने देशभर की अर्थव्यवथा में महती भूमिका निभाई हैं। अब समय राजस्थान को विकसित करने का है। राजस्थान में निवेश करने बालों को विश्वास दिलाया कि यहां आएंगे तो राज्य सरकार हर संभव सहयोग करेगी।
राइजिंग राजस्थान में शामिल हुए सिक्किम के राज्यपाल
सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर ने भी कार्यक्रम में शिरकत की थी, उन्होंने कहा कि राजस्थान का व्यक्ति विश्व भर में अपने कठिन परिश्रम के लिए जाना जाता है। राजस्थानी देश के किसी भी राज्य में गया हो, अथवा विदेश में, उसने हर जगह अपना नाम कमाया है। इसलिए अपनी जन्मभूमि को कभी नहीं भूले हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अब भारत दुनिया का नेतृत्व कर रहा है, तथा विश्व गुरु एवं सोने की चिड़िया बनने की राह पर है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के अथक परिश्रम से राइजिंग राजस्थान बेहद सफल कार्यक्रम साबित हुआ है।
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने की पीएम की तारीफ
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सुशासन की नई परिभाषा बनी है। विकसित भारत के विज़न में राइजिंग समिट की भागीदारी बेहद महत्वपूर्ण साबित होगी। मुख्यमंत्री ने 1 वर्ष में ही शाहपुरा से जर्मनी तक डूंगरपुर से इंग्लैंड तक राइजिंग समिट का माहौल बनाया है, तथा निवेशकों के लिए एक सफल कार्यक्रम का संचालन किया है। मारवाड़ियों की उद्योग और संस्कारों से दुनिया भर में मारवाड़ियों का डंका बजा है।
नए राजस्थान के उदय के लिए काम कर रहे हैं भजनलाल सरकार
केन्द्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री षिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भजनलाल शर्मा नए राजस्थान के उदय के लिए काम कर रहे हैं। राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इंन्वेस्टमेंट समिट के माध्यम से कृषि क्षेत्र में विषेषकर फूड प्रोसेंसिग में भारी निवेष आ सकेगा। किसानों की सेवा ही हमारे लिए भगवान की पूजा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हम भारत को फूड बास्केट ऑफ वर्ल्ड बनाने का काम कर रहे हैं, जिससे भारत विश्व का पेट भर सकेगा। किसानों के कल्याण के लिए विभाग ने 6 सूत्री रणनीति बनायी है।
कृषि क्षेत्र में उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए हमने 109 नए बीजों की किस्म तैयार की है। इसमें बाजरा और धान की फसलें भी शामिल हैं, जिनका कम समय में ज्यादा उत्पादन किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के तहत अब तक कृषि क्षेत्र में 58 हजार करोड़ रुपये निवेश के 2 हजार 506 से अधिक एमओयू हो चुके हैं।
कार्यक्रम में शामिल हुए केंन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी
केंन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री का लक्ष्य भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना है। उनके इस संकल्प को साकार करने तथा भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन की बनाने के लिए केन्द्र सरकार कार्य कर रही है। देश के विकास के लिए पानी, ऊर्जा, परिवहन और संचार मूलभूत आवश्यकताएं हैं। इन चारों क्षेत्रों को विकसित करने से देश-प्रदेश की प्रगति सुनिश्चित होगी। इस अवसर पर श्री गडकरी ने राजस्थान को कई सौगातें देते हुए 30 हजार करोड़ रुपये लागत की 800 किमी. लम्बी 9 परियोजनाओं की घोषणा की।