Rising Rajasthan Summit: देश की अधिकांश राज्य सरकारों की तरफ से प्रदेश में निवेश बढ़ाने के लिए इंवेस्टमेंट समिट का आयोजन होता है। राजस्थान की भजनलाल सरकार की तरफ से भी इंवेस्टमेंट समिट का आयोजन किया गया, जो कि अन्य राज्यों के मुकाबले सफल साबित हुआ है। पूरे देश में निवेश प्राप्त करने के मामले में राजस्थान दूसरे नंबर पर है। सीएम भजनलाल शर्मा के प्रयासों से राजस्थान को 35 लाख करोड़ का निवेश एमओयू प्राप्त हुए हैं। 

पूरे देश में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में इंवेस्टमेंट समिट का आयोजन हुआ। इनमें सबसे सफल राइजिंग राजस्थान समिट रहा है। राइजिंग राजस्थान इंवेस्टमेंट समिट में निवेश का रिकॉर्ड बना है। राइजिंग राजस्थान इंवेस्टमेंट समिट की सफलता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि गुजरात जैसा विकसित राज्य भी राजस्थान से पीछे रह गया है। पूरे देश में निवेश एमओयू के मामले में राजस्थान दूसरे स्थान पर रहा है। राजस्थान से आगे सिर्फ उत्तर प्रदेश है। 

आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से आयोजित इंवेस्टमेंट समिट में 40 लाख करोड़ रुपये के एमओयू किए गए। जबकि भजनलाल सरकार ने 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू किए हैं। वहीं मध्यप्रदेश सरकार ने इंवेस्टमेंट समिट के अंतिम दिन 25 फरवरी तक 30.77 लाख करोड़ के एमओयू किए हैं। जबकि गुजरत सरकार ने इंवेस्टमेंट समिट के जरिए 26.33 लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। 

नई भजनलाल सरकार के लिए बड़ी उपलब्धि

पूरे देश में निवेश प्राप्त करने के मामले में दूसरे स्थान पर रहना भजनलाल सरकार के लिए बड़ी उपलब्धि है। राजस्थान से निवेश के मामले में सिर्फ उत्तर प्रदेश आगे है। लेकिन धरातल पर विश्लेषण करें तो राजस्थान की भजनलाल सरकार ने अपने पहले साल में समिट का आयोजन किया। जबकि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार 8 साल पूरे कर चुकी है। ऐसे में तुलना करें तो राजस्थान की भजनलाल सरकार ने निवेश प्राप्त करने का कीर्तिमान स्थापित किया है।

राजस्थान की भजनलाल सरकार की तरह ही मध्यप्रदेश की मोहन यादव सरकार को भी एक साल पूरा हुआ है। इसके अलावा जनसंख्या के हिसाब से मध्यप्रदेश, राजस्थान से काफी बड़ा है। लेकिन राजस्थान के बराबर निवेश प्राप्त नहीं कर सका। राजस्थान के मुकाबले मध्य प्रदेश की सरकार को करीब 5 लाख करोड़ रुपये का कम निवेश प्राप्त हुआ है।

सीएम भजनलाल शर्मा के प्रयास लाए रंग

राजस्थान की भजनलाल सरकार को छोड़ दें तो पहले की सरकार अपने पहले ही साल में इंवेस्टमेंट समिट के आयोजन से बचती थीं। क्योंकि उनको डर रहता था कि इंवेस्टमेंट समिट असफल न हो जाए। लेकिन सीएम भजनलाल शर्मा ने अपनी सरकार के पहले साल के कार्यकाल में इंवेस्टमेंट समिट का आयोजन किया और इसे सफल करके दिखाया। इसके लिए सीएम भजनलाल शर्मा और उनकी कैबिनेट ने जमकर मेहनत की। सीएम भजनलाल शर्मा ने स्वयं विदेशों के दौरे किए। इसके अलावा देश और प्रदेश में भी दर्जनों बार उद्योगपतियों के साथ चर्चा की। जिससे राजस्थान इंवेस्टमेंट के क्षेत्र में इतिहास रच सका। 

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