Rajasthan News: राजस्थान के सीकर शहर का नानी गांव इन दिनों गंदे और जहरीले पानी की मार झेल रहा है। यहां बने कच्चे बांध की मिट्टी की दीवार टूटने से दूषित पानी घरों से लेकर सड़कों तक तेजी से फैलने लगा है। इससे स्थानीय लोगों का जीना दूभर हो गया है।
पानी में मलजल की उपस्थिति आदि होने से लोगों को जल जनित बीमारियों के फैलने का डर सता रहा है। हालात ऐसे हैं कि जयपुर-बीकानेर हाईवे पर करीब दो किलोमीटर तक गंदा पानी फैल गया है। प्रशासन की घोर लापरवाही के चलते स्थानीय लोगों में रोष है। सड़क पर चलने वाले दुपहिया वाहन सवार और छोटे वाहन पानी के कारण हादसों का शिकार हो रहे हैं।
गंदे पानी से इतने गांव प्रभावित
पानी का बांध टूटने से फैले गंदे पानी का खामियाजा नानी गांव, ढाणी और बढ़ाढर समेत आधा दर्जन गांवों को भुगतना पड़ रहा है। जबकि जयपुर-बीकानेर हाईवे से रोजाना सरकार के मंत्री, विधायक और आला अधिकारियों का काफिला गुजरता है। इसके बावजूद आज तक किसी ने इन समस्याओं से निजात दिलाने का प्रयास नहीं किया।
आपको बता दें कि लोग परेशान हैं और नगर परिषद मूकदर्शक बनी हुई है। घरों और खेत से लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग तक करीब दो किलोमीटर से ज्यादा क्षेत्र में बांध का गंदा पानी फैल चुका है। इसकी तस्वीर अब सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही है। अब देखना यह है कि सरकार और नगर परिषद के आला अधिकारियों का ध्यान इस ओर कब जाता है।
स्थानीय लोगों ने कही ये बातें
गंदे पानी से परेशान स्थानीय लोगों ने मीडिया को बताया कि अभी यही स्थिति है। बरसात के मौसम में नानी गांव का कच्चा बांध बार-बार टूटने से इलाके की स्थिति और भयावह हो जाती है। लोगों ने आगे बताया कि बांध टूटने से फैक्ट्रियों और शहर की गंदी नालियों से आने वाला सारा केमिकल युक्त गंदा जल और मलजल का पानी घर से लेकर सड़क तक फैलता रहता है।
इससे लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है। हम सभी को जहरीले पानी से फैलने वाली जल जनित बीमारियों का खतरा बना रहता है। इस समस्या को लेकर स्थानीय लोगों ने कई बार विरोध प्रदर्शन भी किया लेकिन आज तक किसी भी सरकारी विभाग ने इसका समाधान नहीं निकाला।
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