Old Haveli of Rajasthan: राजस्थान को हम सभी किलों ,महलों और शाही संस्कृतियों की वजह से जाते हैं। साथ ही यहां की सदियों पुरानी हवेलियां राजस्व को दर्शाती हैं। वर्तमान में इन शानदार हवेलियों को हेरिटेज होटल में बदल दिया गया है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसी ही हवेलियों के बारे में जहां जाकर आप राजस्व को महसूस कर सकते हैं।

सामोद हवेली, जयपुर 

रावलों द्वारा निर्मित यह हवेली राजपूत और मुगल वास्तुकला का एक शानदार नमूना है। इस हवेली का निर्माण 225 साल पहले किया गया था। हालांकि पहले यह राजघराने का निजी निवास हुआ करती थी लेकिन अब इसे एक हेरिटेज होटल में बदल दिया गया है। इस हवेली को काफी सावधानी से संरक्षित किया हुआ है। यहां पर 50 शानदार कमरे हैं जिसमें शीश महल सुइट भी शामिल। यह शीश महल सुइट पहले जनाना क्वार्टर हुआ करता था। यहां आपको प्राचीन फर्नीचर और 1800 के दशक की त्रि आयामी पेंटिंग्स देखने को मिलेंगी।  

अजीत रावला नारलाई हेरीटेज रिजॉर्ट 

17वीं सदी की यह हवेली जोधपुर और उदयपुर के बीच एक शांत गांव में बसी हुई है। इस हवेली को अब हेरिटेज रिजॉर्ट में बदल दिया गया है। यहां मेहमानों को एक शांत शाम, स्पा और खुले आसमान के नीचे कैंडल लाइट डिनर करने का अनुभव मिलेगा। यहां आपको तेंदुए और अन्य वन्य जीव देखने के लिए ओपन जीप सफारी का भी मौका मिलेगा। ठहरने के लिए ग्रैंड हेरीटेज रूम से लेकर शानदार नारलाई सुइट तक सब व्यवस्था है। 

पद्मा हवेली, जयपुर 

सिटी पैलेस और हवा महल से थोड़ी ही दूरी पर स्थित यह हवेली 290 साल पुरानी है। इस हवेली में शाह परिवार की सात पीढ़ियां रही है। इस हवेली को उमराव ज्वेलर्स के शाश्वत शाह द्वारा एक शानदार बुटीक होटल में बदल दिया गया है। इस हवेली में 15 सुइट्स हैं । इस हवेली में रत्नों से बने लैपिडरी कमरे हैं और साथ ही कमल की नक्काशी वाले बरामदे भी हैं। इस हवेली की छत पर प्लंज पूल,  टेरेस बार और स्पा की सुविधा भी उपलब्ध है। इस होटल में सिर्फ शाकाहारी भोजन ही परोसा जाता है, जैसे: बाजरे की राब और गट्टे की सब्जी।

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