Travel To Tonk: यह शहर सबसे खूबसूरत शहरों में से एक है। पूर्व में अफगान पठान द्वारा शासित यह मुगल युग का शहर एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है। यह शहर 17वीं शताब्दी में स्थापित किया गया था। इसे नवाबों का शहर और राजस्थान का लखनऊ भी कहा जाता है। आईए जानते हैं यहां के कुछ खास बातें।
टोंक का इतिहास
इस शहर पर अकबर के शासन के दौरान राजा मानसिंह ने विजय हासिल कर ली थी। टोंक नाम भोला ब्राह्मण ने 12 गांव को दिया था। सन 1948 में टोंक राजस्थान का हिस्सा बन गया। टोंक सच में हिंदू मुस्लिम एकता काअसली क्रॉस कल्चर खजाना है।
टोंक में देखने योग्य जगह
सुनहरी कोठी
यह कोठी नजर बाग रोड पर स्थित है। इसका निर्माण 19वीं सदी में हुआ था। बाहर से तो यह कोठी देखने में सादी लगती है, लेकिन अंदर से यह सुनहरे रंग की और जटिल मीनाकारी से बनी हुई है। साथ ही इसके अंदरूनी भाग में कांच का शानदार काम किया गया है।
अरबी और फारसी शोध संस्थान
यह संस्थान रसिया और अन्नपूर्णा पहाड़ियों के बीच स्थित है। प्राचीन फारसी और अरबी पांडुलिपियों को संरक्षित करता यह संस्थान इतिहास के बारे में जानकारी इकट्ठा करने वालों को काफी पसंद आएगा। इनमें से कुछ पांडुलिपि सोने, पन्ना, मोती और मानिक से सजी हुई हैं।
हाथी भाटा
टोंक से लगभग 20-30 किलोमीटर दूर हाथी भाटा दरअसल एक विशाल पत्थर का हाथी है। यह टोंक सवाई माधोपुर राजमार्ग पर स्थित है। इसका निर्माण सवाई राम सिंह के शासनकाल के दौरान किया गया था।
बीसलदेव मंदिर
यह मंदिर टोंक से लगभग 60 किलोमीटर दूर स्थित है। यह मंदिर 12वीं सदी में बनवाया गया था। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर विग्रहराज चतुर्थ द्वारा बनवाया गया था। इस मंदिर की खास बात इसके पुष्प नक्शीदार स्तंभ और अर्ध गोलाकार गुंबद है।
जामा मस्जिद
यह मस्जिद भारत की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है। इसके निर्माण की शुरुआत अमिर खान ने करवाई थी और खत्म नवाब वजीरुधौला के शासन के समय हुआ था। मुगल वास्तुकला के भव्यता को दर्शाती इसकी सुनहरी पेंटिंग, मीनाकारी कला और चार ऊंची मीनार पर्यटकों को खूब लुभाती हैं।
टोंक को कैसे जाएं
टोंक जाने के लिए निकटतम हवाई अड्डा सांगानेर हवाई अड्डा है, जो कि जयपुर में है। इसके अलावा अगर आप रेल यात्रा करना चाहते हैं तो बनस्थली निवाई रेलवे स्टेशन से जा सकते हैं जो जयपुर, कोटा, सिकंदराबाद, भोपाल, जोधपुर और इंदौर को जोड़ता है। सड़क मार्ग से जाने के लिए आप जयपुर, कोटा, ग्वालियर, भीलवाड़ा और अन्य शहरों से सीधी बस ले सकते हैं।
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