Rajasthan temple Donation: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के मेवाड़ क्षेत्र में स्थित कृष्ण धाम श्री सांवलिया सेठ मंदिर में पिछले 5 दिनों से दानपात्र की गिनती की जा रही है। इस प्राचीन मंदिर में लाखों की संख्या में भक्त भगवान के दर्शन के लिए पहुंचते है। इससे मंदिर के दानपेटी में लगातार वृद्धि हो रही थी।

भक्तों की बढ़ती भीड़ देखकर मंदिर मंडल की ओर से नई दानपेटी का निर्माण किया जा रहा है। बता दें कि इस बार दानपात्र, ऑनलाइन व भेंटकक्ष चढ़ावे को मिलाकर कुल 22 करोड़ 92 लाख 13 हजार 317 रूपए की राशि प्राप्त हुई है। इसके अलावा भेंटकक्ष और दानपात्र में 665 ग्राम सोना और 133 किलो 654 ग्राम चांदी मिली है। 

पिछले पांच दिनों से चल रही है गिनती 

मंदिर की दानपात्र को कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी 28 जनवरी के दिन मंदिर प्रशासनिक अधिकारियों, मंदिर मंडल के अध्यक्ष और सदस्यों के सामने खोला गया। पहले चरण में कुल 8 करोड़ 8 लाख रुपए की प्राप्ती हुआ। अगले दिन मौनी अमावस्या के चलते गिनती नहीं की गई। इसके बाद दूसरे चरण के दौरान 4 करोड़ 54 लाख 5 हजार रुपए मिले, तीसरे चरण में 31 जनवरी को 3 करोड़ 70 लाख रुपए की गिनती की गई, साथ ही चौथे चरण में 16 करोड़ 32 लाख 5 हजार रुपए प्राप्त हुए। 

पांचवे चरण में हुई करीब 6 करोड़ रूपए की प्राप्ती

दान की गिनती के पांचवे और आखिरी चरण में भेंटकक्ष, कार्यालय और ऑनलाइन से कुल 5 करोड़ 92 लाख 53 हजार 417 रुपए प्राप्त हुए है। साथ ही इस दौरान 665 ग्राम सोना और 133 किलो 654 ग्राम चांदी भी मिली। 

पिछले महीने दानपेटी से मिले थे 23 करोड़ रूपए

पिछले माह मासिक भंडार से लगभग 23 करोड़ रूपए की राशि मिली थी, जो इस मंदिर में आए भक्तों की आस्था को दर्शाता है। मंदिर प्रशासन की ओर से इस राशि का सदुपयोग करने के लिए उचित प्रबंधन करने की योजना बनाई है। मंदिर के दानपेटी की धनराशि को मंदिर के विकास व धार्मिक सेवा के कार्यों में इस्तेमाल किया जाएगा।

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