Dwarkadhish temple: राजस्थान के पर्यटन को बढ़ावा देने और रोजगार के नए अवसर खोलने के लिए राज्य सरकार ने कला एवं संस्कृति योजना के अंतर्गत गोमती सागर तालाब वॉकिंग ट्रेक, द्वारिकाधीश मंदिर के उन्नयन, मरम्मत, विकास और अन्य निर्माण कार्य पर मोहर लगाई है।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समय तैयार की गई थी योजना
नगरपालिका अध्यक्ष वर्षा मनीष चांदवाड ने जानकारी दी कि गोमती सागर तालाब के कायाकल्प के ड्रीम प्रोजेक्ट की योजना जनवरी 2024 में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और सांसद दुष्यंत सिंह के झालरापाटन प्रवास के दौरान तैयार की गई थी। जिला प्रशासन और नगर पालिका के संयुक्त तत्वावधान में तत्कालीन जिला कलक्टर आलोक रंजन, वरिष्ठ नगर नियोजक कोटा और भाजपा नेता नरेंद्र डांगी की बैठक में यह फैसला लिया गया था
नाथद्वारा मंदिर की तर्ज पर किया जाएगा निर्माण
पालिकाध्यक्ष ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान मंदिर परिसर में 1.1 किलोमीटर लंबे वाकिंग ट्रेक करवाया गया था। नई कार्य योजना के अंतर्गत वाकिंग ट्रेक को अब 7 किमी लंबा बनाया जाएगा। सात ही तालाब पर हो रहे अतिक्रमण पर भी रोक लगाई जाएंगी। पर्यटन की दृष्टि से मंदिर और सुंदर बनाया जाएगा। लोगों की आस्था का केंद्र द्वारिकाधीश मंदिर को नाथद्वारा मंदिर की तर्ज पर विकास किया जाएगा।
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पर्यटन क्षेत्र को मिलेगा बढ़ावा
साथ ही द्वारिकाधीश मंदिर और गोमती सागर वाकिंग ट्रेक का विकास होने से झालरापाटन पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही लोगों को नए रोजगार के अवसर प्राप्त होगें।
घोषणा पर हुआ मुंह मीठा
नगर पालिका कार्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में कपड़ा व्यापार संघ अध्यक्ष योगेश झड़िया, व्यापार सेवा समिति अध्यक्ष यशोवर्धन बाकलीवाल, रविराज पाटीदार, सुनील घाटिया, नितेश परमार, अर्जुनयादव, मोइनुद्दीन अंसारी, द्वारिकाधीश पुष्टि भक्ति सत्संग समिति के राजकुमार गुप्ता, धर्मेंद्र सेठी, मनीष चांदवाड,विजय मूदंडा, ओमप्रकाश काबरा, सत्य प्रकाश माहेश्वरी, भाजपा महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष बबीता सेठी, अजय कुशवाहा, बालचंद मेघवाल, पोरवाल समाज अध्यक्ष जगदीश गुप्ता, पार्षद महेश शर्मा ने नगर पालिका अध्यक्ष का मुंह मीठा कराते हुए इन परियोजनाओं से पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ मंदिर में धार्मिक कार्यक्रमों में भव्य रूप से मनाए जाने में मदद मिलेगी।