Eklingeshwar temple: जयपुर के मोती डूंगरी स्थित एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर के कपाट पूरे साल में केवल महाशिवरात्री के अवसर पर भक्तों के लिए खोले जाते है। लेकिन इस साल भगवान शिव का यह प्रचीन मंदिर भक्तों के लिए बंद रखा जाएंगा। इससे श्रद्धालुओं को निराशा रहेगी क्योंकि पूरे साल वे इस खास दिन का इंतजार करते है। कई लोग दूर-दराज से एक रात पहले से ही भोलेनाथ के दर्शन करने मीलों से आते है।
क्यों बंद रहेगा एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर?
साल में एक बार महाशिवरात्रि पर खुलने वाले इस एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर को कोविड के बाद से बंद रखा जा रहा है। पिछले 3 सालों से इस मंदिर के कपाट नहीं खोले गए है। इस साल मंदिर प्रशासन की ओर से मंदिर के मुख्य द्वार पर सूचना चस्पा कर पूर्व राजमाता गायत्री देवी के पौत्र महाराज विजय सिंह ने यह जानकारी दी है। हालांकि भक्तों का कहना है कि महाशिवरात्रि के दिन मंदिर को भक्तों के दर्शन के लिए खोला जाना चाहिए।
मंदिर प्रशासन ने क्या कहा?
एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर प्रशासन ने बताया कि इस सल अपरिहार्य कारणों के कराण महाशिवरात्रि पर्व पर एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर भक्तों के लिए बंद करने का निर्णय लिया गया है। श्रद्धालुओं ने एक साल के इंतजार के बाद मंदिर प्रशासन से महाशिवरात्रि के दिन मंदिर खोलने की मांग की है। भक्तों का कहना है कि भगवान शिव के दर्शन से उन्हें शांति और समृद्धि मिलती है और इस खास मौके पर उन्हें भगवान के दर्शन से वंचित नहीं किया जाना चाहिए।
एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर
देश का यह अनूठा मंदिर जयपुर के मोती डूंगरी पर स्थित है। यहां भगवान शिव के दर्शन करने के लिए भक्तों को 1 किलोमीटर की चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। इस मंदिर का निर्माण जयपुर की स्थापना से पहले हुआ था। यह भगवान शिव शिवलिंग के रूप में विराजत है। मंदिर के बारे में माना जाता है कि इस मंदिर में भगवान शिव और उनका परिवार एक साथ स्थापित थे, लेकिन समय के साथ-साथ कुछ मूर्तियां गायब हो गई। घटना के बाद मंदिर में कोई दूसरी मूर्ति स्थापित नहीं की गई। जयपुर के राजपरिवार द्वारा मंदिर में पूजा-अर्चना की जाती है। यह देश एक मात्र ऐसा मंदिर है जो केवल शिवरात्री के दिन खोला जाता है।
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