Gufa Wala Mandir Alwar: राजस्थान में माता रानी के ऐसी कई प्राचीन मंदिर बने हुए हैं, जो किसी न किसी खास कारण से लोगों की श्रद्धा का प्रतीक बन चुके हैं। माता का सबसे बड़ा और प्राचीन मंदिर कटरा जम्मू में स्थित है। लेकिन क्या आप जानते है कि राजस्थान के अलवर के मालाखेड़ा बाजार में भी माता एक बेहद पुराना मंदिर है, जिसे वैष्णो माता मंदिर के तर्ज पर बनवाया गया था। हर साल लाखों श्रद्धालु यहां पहुंचकर माता के आगे सिर झुकाते हैं। नवरात्रि के दिनों में यहां काफी भीड़ उमड़ती है।
गुफा वाले मंदिर के नाम से मशहूर
अलवर जिले में बने इस 65 साल प्राचीन मंदिर को गुफा वाले मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि जो लोग मां वैष्णो देवी के दरबार नहीं जा पाते हैं, वे यहीं आकर मां से मन्नतें मागंते हैं। मंदिर के पुजारी के मुताबिक इस मंदिर को बनाने में लगभग 4-5 साल का समय लगा था।
गुफा में स्थित है माता का मंदिर
वैष्णो देवी माता मंदिर के तर्ज पर तैयार किया गया यह मंदिर पूर्वमुखी मंदिर है। जिस प्रकार कटरा में माता का मंदिर गुफाओं में बना हुआ उसी प्रकार इस मंदिर में मां का दरबार घनी गुफाओं में स्थित है।
नवरात्र में उमड़ती है भक्तों की भीड़
खास बात यह है कि केवल नवरात्र के समय ही इन गुफाओं को खोला जाता है। इसलिए नवारात्री के खास मौके पर यहां भक्तों की भारी भीड़ आती है। माना जाता है कि माता से जो कुछ भी मांगों मां तुरंत ही उसे पूरा करती है।
जम्मू से आए थे कारीगर
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस मंदिर में माता की एक 3 फुट ऊंची संगमरमर की एक मूर्ति स्थापित है। बताया जाता है कि इस गुफा को तैयार करने के लिए जम्मू से कारीगर बुलाए गए थे। लगभग 65 साल पहले इस मूर्ति को अक्षय तृतीया के अवसर मां की प्रतिमा की स्थापना की गई थी।