Pooja Ke Samay Hath Jalna Shubh Ya Asubh : अगर आप हिंदू हैं तो आपके सभी घरों में पूजा, हवन और आरती जरूर होती होगी, लेकिन क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि आप पूजा कर रहे हों और गलती से आपका हाथ जल जाए? अगर ऐसा हुआ है तो आपके मन में कई तरह के सवाल आ रहे होंगे कि क्या हुआ, क्या मुझसे पूजा में कोई गलती हो गई, क्या भगवान ने मुझे किसी गलती की सजा दी? अगर आपके मन में भी ऐसे सवाल आते हैं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
पूजा के दौरान हाथ जलना किस बात का संकेत देता है?
आपको बता दें कि हिंदू धर्म में दीपक जलाने का विशेष महत्व है, हर पूजा अनुष्ठान में दीपक जरूर जलाया जाता है और हिंदू धर्म में सुबह-शाम हर घर में दीपक जरूर जलाया जाता है। अगर कोई व्यक्ति विधि-विधान से पूजा नहीं कर सकता तो वह भगवान के सामने घी या तेल का दीपक जलाकर अपनी भक्ति प्रकट कर सकता है। दीपक जलाए बिना पूजा अधूरी मानी जाती है, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि हम भक्ति में इतने खो जाते हैं या हमारी लापरवाही के कारण दीपक जलाते समय या आरती करते समय हमारे हाथ जल जाते हैं।
गलती का है संकेत
आपको बता दें कि धर्म में पूजा के दौरान हाथ जलना अशुभ माना जाता है। यह इस बात की ओर संकेत करता है कि आपने पूजा के दौरान कोई बड़ी गलती की है जिसकी सजा भगवान ने आपको दी है। इसलिए पूजा करते समय इस बात का ध्यान रखें कि आपका हाथ न जले। अगर ऐसा हो जाए तो आपको तुरंत भगवान से अपनी गलती की क्षमा मांगनी चाहिए और भगवान से कहना चाहिए कि हे भगवान मुझसे इस पूजा में जो भी गलती हुई है उसके लिए मुझे क्षमा करें और मेरी पूजा स्वीकार करें।
दीपक जलाते समय इस बात का रखें ध्यान
दीपक जलाते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि मंदिर का कोई कपड़ा या दीया जलना नहीं चाहिए। अगर गलती से आपका मंदिर जल जाए तो आपको सावधान होने की जरूरत है। दोस्तों अगर आपके घर के मंदिर में आग लग जाए तो इसका मतलब है कि आपके घर में किसी बुरी शक्ति का वास है। इसलिए अपने घर को गंगाजल से शुद्ध करें और सच्चे मन से भगवान का नया मंदिर स्थापित करें।
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